धर्म संसद का फैसला, 9 नवंबर से अयोध्या में राम मंदिर का काम होगा शुरू
धर्म संसद के मुताबिक इस साल 9 नवंबर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसकी शुरूआत रामलला परिसर में सिंह द्वार निर्माण से होगी।
उज्जैन। अखिल भारतीय संत सम्मेलन व धर्म संसद में अयोध्या में राम मंदिर बनाने की तिथि तय कर ली गई है। इसी साल कार्तिक अक्षय नवमी (नौ नवंबर ) से मंदिर का निर्माण प्रारंभ होगा। शुरुआत रामलला परिसर में सिंह द्वार निर्माण से होगी। इसका आयोजन सिंहस्थ परिसर में हुआ। संतों ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से मोदी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। मंदिर जनता के सहयोग से बनेगा। धर्म संसद में आत्मानंद जी, शाश्वतानंद जी, नरेंद्रानंद जी, सुदर्शन महाराज, श्रीमहंत अवध किशोर दास, चंद्रदेव दास सहित बड़ी संख्या में संत और भक्त मौजूद थे।
इस बीच श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास अयोध्या के अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण महाराज ने बताया कि राम जन्मभूमि जिसे विवादित कहा जाता है, वह 77 एकड़ जमीन निर्मोही अखाड़ा की है। मंदिर निर्माण और जमीन को लेकर अखाड़ा लड़ाई लड़ता रहा है। उन्होंने न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए निर्माण की बात कही।