RBI गवर्नर के लिए उम्मीदवारों की रेस में आगे हैं राकेश मोहन, सुबीर गोकर्ण
आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है। राजन के बाद पद का कमान संभालने वाले चार उम्मीदवारों में दो के नाम अग्रणी हैं।
नई दिल्ली। सरकार की भारतीय रिजर्व बैंक के अगले गवर्नर के पद के लिए उम्मीदवारों की सूची में चार नाम हैं लेकिन इन चारों में से दो नाम अग्रणी हैं अब देखना है कि इनमें से किसका चुनाव होना है। इन चार उम्मीदवारों में से तीन केंद्रीय बैंक के अनुभवी अर्थशास्त्री हैं और चौथी देश के सबसे बड़े बैंक की मुखिया है।
इस एक उम्मीदवार का चयन वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री मिलकर करेंगे। उम्मीदवारों के चार नामों में से मोहन व गोकर्ण का नाम सबसे उपर है। अन्य दो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गर्वनर उर्जीत पटेल और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चीफ अरुंधती भट्टाचार्य हैं।
डाउ जोंस रिपोर्ट के अनुसार, 15 जुलाई तक इस पद के लिए अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। रघुराम राजन का तीन साल की कार्यावधि 4 सितंबर को पूरी हो जाएगी और वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
राकेश मोहन आइएमएफ के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और 2012 से वहां भारत, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका को प्रस्तुत करते हैं। 2014 तक वे नेशनल ट्रांसपोर्ट पॉलिसी कमिटी के चेयरमैन थे। अमेरिका के प्रिंसटन से इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री वाले मोहन ने आरबीआई के डिप्टी गर्वनर के तौर पर सात साल तक काम किया।
रघुराम राजन ने की आरबीआइ गवर्नर का कार्यकाल बढ़ाने की वकालत
आरबीआई के चार डिप्टी गर्वनर में से एक सुबीर गोकर्ण थे। 2013 में इनकी जगह उर्जीत पटेल ने ली। नवंबर 2015 में आइएमएफ बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के तौर पर उन्हें नियुक्त किया गया। तब से वे भारत, बांग्लादेश, नेपाल व श्रीलंका को प्रस्तुत कर रहे हैं।
53 वर्षीय उर्जीत पटेल जनवरी 2013 में आरबीआइ के डिप्टी गर्वनर बने। इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार गत हफ्त अधिकारियों ने बताया कि एसबीआइ के चेयरमैन के तौर पर अरुंधती भट्टाचार्य के कार्यकाल में एक साल और बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। एसबीआई पर 55,807 रुपये का कर्ज है साथ ही बैंक के साथ पांच असोसिएट यूनिट व भारतीय महिला बैंक का विलय होने वाला है। भट्टाचार्य के कार्यावधि में एक्सटेंशन की वजह से आरबीआई के गर्वनर के लिए उम्मीदवारों के नाम से इनका नाम हट जाएगा।
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