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राजनाथ सिंह की नौकरशाहों को नसीहत, नेताओं के 'यसमैन' न बनें

विज्ञान भवन में गुरुवार को 11वें सिविल सेवा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के देरी से शुरू होने पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह नाराज हो गए।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 20 Apr 2017 04:47 PM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2017 07:19 PM (IST)
राजनाथ सिंह की नौकरशाहों को नसीहत, नेताओं के 'यसमैन' न बनें
राजनाथ सिंह की नौकरशाहों को नसीहत, नेताओं के 'यसमैन' न बनें

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि नौकरशाह नेताओं के 'यसमैन' न बनें। अगर वह कोई गलत काम कराने के लिए दबाव डालते हैं तो नियमों का हवाला देकर उन्हें स्पष्ट शब्दों में न कह दें।सिविल सर्विस डे पर आयोजित कार्यक्रम में गृहमंत्री ने कहा कि भारत में लोकतंत्र आन-बान-शान से कायम है तो इसका श्रेय नौकरशाही को दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी को न केवल भेदभाव से ऊपर उठकर काम करना चाहिए बल्कि राष्ट्रहित में कोई कड़ा फैसला लेना पड़े तो उससे बिलकुल न पीछे हटे।

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समाज में बदलाव लाने के लिए आइएएस व समकक्ष अधिकारियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास ताकत है लेकिन वह इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि जिम्मेदारी, जवाबदेही इसी ताकत के साथ आती हैं। तीसरी अहम चीज है भेदभाव पूर्ण रवैया। अगर यह गुण अधिकारी में नहीं है तो उसकी निर्णय लेने की क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोई निर्णय लेने में परेशानी आती है तो अपने वरिष्ठों से विचार विमर्श करने में पीछे नहीं हटे, लेकिन फैसला हर हाल में होना चाहिए।

मोदी सरकार अंत्योदय योजना को लागू करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने नौकरशाहों का आह्वान किया कि गरीबों को अन्न मुहैया कराने के इस नेक काम को सिरे चढ़ाने में अपना बेहतरीन योगदान दें। प्रधानमंत्री का सपना है कि सरकार 2022 तक सभी को रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा व बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा दे। अधिकारी सुनिश्चित करें कि यह सपना हकीकत में बदले।

राजनाथ बोले कि देश के पहले गृह मंत्री सरकार वल्लभ भाई पटेल ने सिविल सर्विसेज को स्टील फ्रेम की संज्ञा दी थी। 70 साल बाद भी यह अवधारणा पहले की तरह कायम है। सिविल सर्विस डे कार्यक्रम के 12 मिनट देरी से शुरू होने पर गृहमंत्री खासे नाराज भी हुए। इसे सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर शुरू होना था। वह खुद पांच मिनट पहले पहुंच गए लेकिन कार्यक्रम शुरू हुआ 12 मिनट बाद यानि 9 बजकर 57 मिनट पर। आयोजकों पर कुछ देर गर्म होने के बाद वह बोले कि क्या स्टील फ्रेम अब पहले की तरह से मजबूत नहीं रहा।

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