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राजीव कुमार हो सकते हैं उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव

मुख्य सचिव के पद के लिए केंद्रीय जहाजरानी सचिव राजीव कुमार दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Thu, 23 Mar 2017 08:34 PM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 12:59 AM (IST)
राजीव कुमार हो सकते हैं उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव
राजीव कुमार हो सकते हैं उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव

नीलू रंजन, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में भाजपा की नीतियों और कार्यक्रमों को अमली जामा पहनाने के लिए योग्य नौकरशाहों की तलाश तेज है। बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नौकरशाही का अनुभव नहीं होने के कारण प्रधानमंत्री कार्यालय नए नौकरशाहों की तलाश में उनकी मदद करने में जुटा है। मुख्य सचिव के पद के लिए केंद्रीय जहाजरानी सचिव राजीव कुमार दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। वहीं बीएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक रजनीकांत मिश्र पुलिस महानिदेशक पद के लिए पहली पसंद बन सकते हैं।

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मंत्रालयों का बंटवारा हो गया है। उन्हें पहले दिन से ही सक्रियता से काम में जुटने का निर्देश दिया गया था। पर यह स्पष्ट है कि नई सरकार के एजेंडा को समझते हुए उसी गति से बढ़ने वाली नौकरशाही साथ हो। सूत्र बताते हैं कि कई स्तर पर चर्चा हो रही है लेकिन अहम भूमिका पीएमओ की है। पीएमओ में प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा उत्तर प्रदेश को भी समझते हैं और वहां की नौकरशाही की क्षमता को भी। 2019 को ध्यान में रखते हुए पीएमओ ऐसे अधिकारियों के हाथ में उप्र की प्रशासनिक कमान सौंपना चाहता है, जो केंद्र और राज्य सरकार की विकास और सुरक्षा की नीतियों को जमीन पर प्रभावी तरीके से लागू कर सके।

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मुख्य सचिव के पद के लिए उप्र के मौजूदा राज्य चुनाव आयुक्त सतीश कुमार अग्रवाल, केंद्रीय स्कूली शिक्षा व साक्षरता सचिव अनिल स्वरूप के साथ कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों के नामों पर विचार किया जा रहा है। लेकिन राजीव कुमार दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। राजीव कुमार उत्तरप्रदेश कैडर के 1981 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।

वहीं डीजीपी के लिए वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों के बीच में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। दरअसल अखिलेश यादव सरकार ने लगभग एक दर्जन आइपीएस अधिकारियों की वरिष्ठता को नजरअंदाज करते हुए 1984 बैच के जावेद अहमद को डीजीपी नियुक्त कर दिया था। लेकिन अब 1980 बैच के डीजी ट्रेनिंग सुलखान सिंह नए सिरे से डीजीपी की दौड़ में शामिल हो गए हैं। वैसे बताया जाता है कि बीएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक रजनीकांत मिश्र पहली पसंद बन सकते हैं। रजनीकांत मिश्र का भ्रष्टाचार निरोधक केंद्रीय एजेंसी सीबीआइ में काम करने का भी लंबा अनुभव है। भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार की लड़ाई में उनका अनुभव काम आ सकता है।

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