सफल वार्ता के बाद जाट नेताओं ने आंदोलन वापस लिया
जाट नेताओं की ओर से कांग्रेस नेता विश्वेंद्र सिंह और जाट संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह शामिल हुए।
जयपुर,जेएनएन। आरक्षण की मांग को लेकर 22 जून से आंदोलन कर रहे जाट समुदाय और राज्य सरकार के बीच हुई बातचीत में सहमति बनने के बाद जाट नेताओं ने आंदोलन वापस ले लिया है। शुक्रवार शाम को हुई पहले दौर की बातचीत असफल रही थी, लेकिन अब दूसरे दौर की बातचीत सफल रही।
इसके बाद भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह जिले में लगे सभी रेल और हाइवे मार्गों पर चक्का जामों को खुलवाने का एलान कर दिया।
जाट नेताओं की ओर से कांग्रेस नेता विश्वेंद्र सिंह और जाट संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह शामिल हुए। वहीं सरकार की तरफ से समाज कल्याण विभाग के निदेशक समित शर्मा, संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार गुप्ता, आईजी आलोक वशिष्ठ सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर बातचीत में शामिल हुए।
गौरतलब है कि शुक्रवार से जाट समाज के लोग धौलपुर और भरतपुर में अन्य पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे रहे थे। जाट समुदाय के लोगों ने सड़क मार्ग पर एक दर्जन से अधिक स्थानों पर जाम लगा रखा था।
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