रेलवे घूस कांड: कोर्ट में पेश हुए पवन बंसल
रेलवे बोर्ड में सदस्य की नियुक्ति के लिए दस करोड़ रुपये रिश्वत मांगने के मामले में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल सोमवार को गवाह के रूप में अदालत में पेश हुए। इस मामले में बंसल के भांजे विजय सिंगला समेत दस लोग आरोपी हैं।
नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड में सदस्य की नियुक्ति के लिए दस करोड़ रुपये रिश्वत मांगने के मामले में पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल सोमवार को गवाह के रूप में अदालत में पेश हुए। इस मामले में बंसल के भांजे विजय सिंगला समेत दस लोग आरोपी हैं।
पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष सीबीआइ जज स्वर्ण कांता शर्मा ने पूर्व मंत्री के बयान दर्ज करने से पहले वहां उपस्थित पत्रकारों को कोर्ट रूम को खाली करने का निर्देश दिया। पवन बंसल अदालत द्वारा 16 सितंबर को जारी उस ताजा सम्मन के बाद अदालत में पेश हुए, जिसमें स्पष्ट कहा गया था कि इस बार उन्हें अगली तारीख में उपस्थित से व्यक्तिगत छूट नहीं मिलेगी। पिछली सुनवाई के दौरान पवन बंसल ने चिकित्सीय आधार पर व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की थी।
गौरतलब है कि इस मामले के प्रकाश में आने के बाद बंसल ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मामले में उनका नाम अभियोजन के गवाह के रूप में रखा गया है। इस मामले में उनका भांजा विजय सिंगला, रेलवे बोर्ड के निलंबित सदस्य महेश कुमार और समेत आठ अन्य आरोपी हैं। 11 मार्च को अदालत ने इस मामले में सभी दस आरोपियों पर आपराधिक साजिश रचने व भ्रष्टाचार की धारा के तहत आरोप तय किए थे।
सीबीआइ ने 2 जुलाई, 2013 को दायर आरोप पत्र में रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य महेश कुमार, विजय सिंगला व आठ अन्य को आरोपी बनाया था। सीबीआइ का आरोप है कि सिंगला ने रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य महेश से दस करोड़ रुपये मांगे थे। बंसल को सीबीआइ ने इस मामले में अपना गवाह बनाया है।