जब बांधवगढ़ में प्रभु का सामना हुआ बाघ से
प्रभु और उनकी पत्नी उमा को बांधवग़ढ में सुबह नौ व शाम को पांच बाघ भी देखने को मिले।
नईदुनिया, उमरिया: बांधवगढ़ घूमने आए रेल मंत्री सुरेश प्रभु का रास्ता मगधी और ताला के बीच एक जंगली भैंसे (बायसन)ने रोक लिया। हालांकि ये जंगल की आम घटना थी और चालक दूसरे रास्ते से आगे बढ़ गया। प्रभु और उनकी पत्नी उमा को बांधवग़ढ में सुबह नौ व शाम को पांच बाघ भी देखने को मिले।
सुबह प्रभु परिवार को भद्रशिला, अरहरिया चोसर, राजबहेरा, कन्नौर रपटा, ताला, बठान और अंधियारी झिरिया में बाघ देखने को मिले। दोपहर बाद उन्होंने मगधी गेट से प्रवेश किया और ताला गेट से बाहर आए। खितौली के कुछ हिस्से में भी वीवीआईपी मेहमान को भ्रमण कराया गया।
सुबह जब जिप्सी बठान से गुजर रही थी तो एक बाघ दूर बैठा दिखाई पड़ा। इसे देखने के लिए प्रभु झटके से खड़े हो गए। ये बाघ देखने का रोमांच ही था कि वे अपनी उत्सकुता रोक नहीं पाए।
भ्रमण के दौरान उमा प्रभु ने जंगल की सुंदरता के साथ वन्य प्राणियों को भी अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया। हिरण, बायसन, बाघ सहित कई जानवर उन्हें देखने को मिले। इस भ्रमण के दौरान फील्ड डायरेक्टर मृदुल पाठक पूरे समय साथ रहे।
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