राहुल का जेएनयू जाना नहीं, समर्थन करना गलत : अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका जेएनयू जाना गलत नहीं था। लेकिन जिस तरह उन्होंने वहां जाकर भाषण दिया और देशविरोधी ना
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका जेएनयू जाना गलत नहीं था। लेकिन जिस तरह उन्होंने वहां जाकर भाषण दिया और देशविरोधी नारे लगा रहे छात्रों का समर्थन किया, वह गलत है।
एक कार्यक्रम में अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा कि देश की अखंडता को कोई तोड़ नहीं सकता, लेकिन अगर कोई नारेबाजी करके या कुछ करके देश की एकता-अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो हम उसका विरोध जरूर करेंगे। 'भारत माता की जय' के नारे पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा और आरएसएस की स्थापना के वषरें पहले बना है। 99 फीसदी लोग मानते हैं कि यह नारा देश का सम्मान है। भाजपा ने कभी नहीं कहा कि किसी से इसे जबरन बुलवाया जाए।
उन्होंने कहा कि एआइएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी एक बयान देकर देशद्रोही नहीं हो गए। उन्हें समझाने की जरूरत है और हम उन्हें समझाएंगे। अफजल गुरु की फांसी का विरोध करने वाली पीडीपी के साथ कश्मीर में गठबंधन पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उसके साथ शतरें पर गठबंधन किया गया है। वह राज्य की जनता के हित में लिया गया फैसला है। कांग्रेस ने भी मुस्लिम लीग से गठबंधन किया था, उस पर सवाल क्यों नहीं उठे।
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शाह ने कहा कि देश में लोकतंत्र है। यहां किसी पर कुछ थोपा नहीं जा सकता। कांग्रेस वाले भी कहते हैं आपमें असहिष्णुता है। गूगल पर सोनिया जी का कार्टून आया था तो कांग्रेस ने गूगल पर कार्रवाई की। लेकिन तब किसी ने हंगामा नहीं किया। उन्होंने कहा कि अभी आगरा में एक दलित युवक की हत्या हो गई और किसी एक व्यक्ति ने वहां जाकर कुछ कह दिया, ये महत्वपूर्ण हो गया। परसों हमारे कार्यकर्ता को केरल में इस तरह मारा गया कि वह जीवनभर लकवाग्रस्त रहेगा। कम्युनिस्ट पार्टी वालों ने अटैक किया है, लेकिन किसी ने हंगामा नहीं किया। रोहित वेमुला की मौत पर उन्होंने कहा कि मैं उस छात्र की मौत को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं, लेकिन रोहित से पहले भी नौ दलित और अन्य बच्चों ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी में आत्महत्या की, लेकिन किसी ने हंगामा नहीं किया।