नगा समझौते को सार्वजनिक करें प्रधानमंत्री : राहुल
मुख्यमंत्री को भी पता नहीं चार व आठ मार्च को होने वाले मणिपुर विस चुनाव के लिए मंगलवार को पूर्वी इंफाल जिले में राहुल की सभा हुई।
इंफाल, एजेंसी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वे नगा समझौते का ब्योरा सार्वजनिक करें। केंद्र ने यह समझौता किया, लेकिन कोई नहीं जानता कि उसके प्रावधान क्या हैं। मणिपुर चुनाव में नगा समझौता बना हुआ है। इसी को लेकर पिछले चार माह से राज्य में आर्थिक नाकेबंदी जारी है।
मुख्यमंत्री को भी पता नहीं चार व आठ मार्च को होने वाले मणिपुर विस चुनाव के लिए मंगलवार को पूर्वी इंफाल जिले में राहुल की सभा हुई। इसमें उन्होंने कहा कि नगा समझौते के बारे में राज्य के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह को भी जानकारी नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि मणिपुर को इस बारे में अंधेरे में क्यों रखा गया?
पीएम पर लोगों के बीच नफरत व शत्रुता फैलाने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने राज्य की इबोबी सिंह सरकार पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए हैं। इंटरनेट पर डालें समझौता मुख्यमंत्री सिंह ने भी राहुल के सुर में सुर मिलाते हुए समझौते की विषषय वस्तु को सार्वजनिक करने और उसे इंटरनेट पर डालने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के लोग जान पाएंगे कि मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता तो नहीं किया गया है।
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अगस्त 2015 में हुआ समझौता नगा शांति समझौता जिसे 'फ्रेमवर्क एग्रीमेंट' कहा गया है अगस्त 2015 में केंद्र व एनएससीएन--आईएम के बीच हुआ था। इससे पहले 18 साल तक दोनों पक्षों में 80 दौर की वार्ता हुई। 1997 में प्रतिबंधित संगठन ने युद्ध विराम समझौता किया था। मोदी ने कांग्रेस पर लगाए थे आरोप प्रधानमंत्री मोदी ने 25 फरवरी को मणिपुर की चुनाव सभा में कांग्रेस पर समझौते को लेकर झूठा प्रचार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने समझौते को राज्य के हितों के पक्ष में बताते हुए सीएम इबोबी सिंह को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया था।