राहुल की 'छेड़छाड़' वाली टिप्पणी पर रिपोर्ट तलब, देना होगा जवाब
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा 'मन्दिर जाने वाले लोग ही महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं' के कथित बयान को लेकर मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई। जिसकी सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनील कुमार यादव ने हजरत गंज थाने से 27 अगस्त को मामले में रिपोर्ट तलब की
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा 'मन्दिर जाने वाले लोग ही महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं' के कथित बयान को लेकर मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई। जिसकी सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनील कुमार यादव ने हजरत गंज थाने से 27 अगस्त को मामले में रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा मध्य प्रदेश में भी कुछ वकीलों ने मजिस्ट्रेट के सामने राहुल गांधी के खिलाफ अपराधिक परिवाद पत्र पेश किया है।
शिकायतकर्ता सुनील शुक्ला का आरोप है कि वह अधिवक्ता होने के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी है। आरोप है कि हजरतगंज स्थित चैंबर में उसने राहुल गांधी का बयान न्यूज चैनल पर देखा जिसमें राहुल गांधी दिल्ली में महिला सम्मेलन में कह रहे थे कि मंदिर में जाने वाले लोग ही महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं। यह बयान केवल हिन्दू जन मानस पर ही नहीं संपूर्ण जन मानस पर आघात है। इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं एवं हृदय को झकझोर कर रख दिया है। घटना की रिपोर्ट एसएसपी लखनऊ से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं मध्य प्रदेश में भी राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए खंडवा जिला न्यायालय में छह अधिवक्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेड के समक्ष अपराधिक परिवाद पत्र पेश किया है, जो स्वीकार कर लिया गया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई चार सितम्बर को होगी, जिसमें राहुल गांधी के खिलाफ अपराधिक परिवाद पत्र पेश करने वाले अधिवक्तागण न्यायालय के सामने अपना पक्ष रखेंगे।
गौरतलब है कि बुधवार को राजीव गांधी की जयंती पर आयोजित संकल्प सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा था कि जो लोग आपको माता और बहन कहते हैं, मंदिरों में मत्था टेकते हैं, देवी की पूजा करते हैं, वही बसों में आपके साथ छेड़छाड़ करते हैं। राहुल ने कहा था कि समाज महज कानून से नहीं बदलता है। जब तक लोगों की सोच नहीं बदलेगी तब तक समाज को बदलना आसान नहीं। राहुल गांधी के इस बयान से करोड़ों देशवासियों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उधर, कांग्रेस ने इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया है।