लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से खफा राहुल
लोकसभा में चर्चा के दौरान मुश्किल से ही कुछ बोलने की जहमत उठाने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष पर सदन में न बोलने देने का आरोप मढ़ दिया है। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष पर नेता विपक्ष पद पर फैसला न लेने के लिए जहां निशाना साधा, वहीं कांग्रेस सदस्यों को सदन में बोलने का
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में चर्चा के दौरान मुश्किल से ही कुछ बोलने की जहमत उठाने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष पर सदन में न बोलने देने का आरोप मढ़ दिया है। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में राहुल ने लोकसभा अध्यक्ष पर नेता विपक्ष पद पर फैसला न लेने के लिए जहां निशाना साधा, वहीं कांग्रेस सदस्यों को सदन में बोलने का समय नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई है। राहुल के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जबकि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इन आरोपों के शालीन जवाब में सिर्फ इतना ही कहा कि वह सबको साथ लेकर चलती हैं। सबको मौका देती हैं। इसीलिए सदन चल रहा है।
पार्टी के भीतर बगावत से परेशान कांग्रेस की मंगलवार को हुई संसदीय दल की बैठक में राहुल गांधी ने आक्रामक चेहरा दिखाने की कोशिश की। सदन में चर्चा के दौरान सोते हुए कैमरों में कैद हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष अब लोकसभा में बेहद चैतन्य और तल्लीनता से कार्यवाही में भाग लेते दिखते हैं। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय दल की बैठक में जैसे ही सांसदों ने स्पीकर पर बोलने का पर्याप्त समय न दिए जाने का आरोप लगाया तो राहुल ने उसका समर्थन किया।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि 'लोकसभा अध्यक्ष और सरकार की ओर से पहले कहा गया कि नेता विपक्ष को लेकर कांग्रेस की ओर से कोई आवेदन नहीं आया है। इसके बाद कांग्रेस ने संप्रग के सभी घटक दलों से हस्ताक्षर कराकर लोकसभा अध्यक्ष को इस संबंध में कागजात दिए थे। लोकसभा अध्यक्ष ने जल्द ही कार्रवाई का भरोसा दिया था। लंबा समय बीत चुका है फिर भी उनका जवाब नहीं आया है।'
राहुल के इन आरोपों पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बेहद संयत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 'जिसको जो कहना है कहे। बाहर कौन क्या कहता है मैं उस पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगी। मैं सबको साथ लेकर चलती हूं। सबको मौका देती हूं, इसलिए सदन भी चल रहा है। विपक्ष के नेता पद का फैसला लेकर बताऊंगी।'
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर सरकार ने तीखा पलटवार किया। संसदीय कार्य राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष पर बयान दिया है, उसकी हम निंदा करते हैं। सभापति सदन की संरक्षक होती हैं और अपनी गरिमा के दायरे में काम करती हैं। कांग्रेस को जनता ने सीटें नहीं दी तो हम क्या करें? उन्होंने अपनी दरख्वास्त दी है जब तक सभापति उस पर निर्णय नहीं करतीं, उससे पहले बयान देना गलत है।
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