उत्पीड़न से त्रस्त छात्र ने की खुदकुशी, बवाल
भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआइटी) में बीटेक छात्र के आत्महत्या के बाद शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ। पता चला है कि छात्र जातीय-क्षेत्रीय व रैगिंग के गठजोड़ का शिकार था, जबकि कॉलेज प्रबंधन दबंग छात्रों के दबाव में था। मौत से आक्रोशित छात्रों ने लाश के साथ हाइवे पर जाम लगा दिया। इंस्टीट्यूट में तो
जागरण संवाददाता, मेरठ। भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआइटी) में बीटेक छात्र के आत्महत्या के बाद शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ। पता चला है कि छात्र जातीय-क्षेत्रीय व रैगिंग के गठजोड़ का शिकार था, जबकि कॉलेज प्रबंधन दबंग छात्रों के दबाव में था। मौत से आक्रोशित छात्रों ने लाश के साथ हाइवे पर जाम लगा दिया। इंस्टीट्यूट में तोड़फोड़ की। परतापुर थाने में रजिस्ट्रार, चीफ वार्डन व 14 छात्रों समेत सोलह लोगों के खिलाफ आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। देर रात हॉस्टल के चीफ वार्डन आशीष तायल को गिरफ्तार कर लिया गया।
बिजनौर जिले के नजीबाबाद के आरसीपुरम कॉलोनी के रहने वाले संजीव कुमार एमआर हैं। उनका इकलौता बेटा कल्पित त्यागी भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग (सेकेंड ईयर) की पढ़ाई कर रहा था। छात्रों के अनुसार कल्पित का अंकित भड़ाना के साथ विवाद चल रहा था।
इसी संबंध में गुरुवार को रजिस्ट्रार ने छात्र के पिता को बुलाया भी था। शुक्रवार को पिता के सामने ही दोनों के बीच समझौता हो गया था। इस बीच, पिता को कैंटीन में बैठाकर छात्र हॉस्टल के अपने कमरे में चला गया और फांसी लगा ली। छात्रों को कुछ आशंका हुई तो उन्होंने गेट तोड़कर उसे बाहर निकाला और सुभारती अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। यह खबर संस्थान में फैलते ही छात्रों ने हाइवे पर एंबुलेंस रोककर जाम लगा दिया।
छात्रों का कहना था कि इंस्टीट्यूट प्रबंधन व छात्रों के उत्पीड़न से तंग आकर कल्पित ने आत्महत्या की। छात्रों ने इंस्टीट्यूट का गेट बंद करा बसों में तोड़फोड़ शुरू की। कॉलेज स्टाफ की कारें भी तोड़ दीं।
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