अमेरिकी सेना में पंजाबी कुड़ियों का जलवा
अमेरिका की सेना में पंजाबी कुड़ियों का भी जलवा कम नहीं है। बुधवार को उत्तराखंड के रानीखेत में प्रारंभ हुए भारतीय एवं अमेरिकी सेना के संयुक्त 'युद्ध अभ्यास' में भाग ले रहे सैनिकों में भारत की दो बेटियां बतौर कमांडो जांबाजी की मिसाल काय
अल्मोड़ा [जासं]। अमेरिका की सेना में पंजाबी कुड़ियों का भी जलवा कम नहीं है। बुधवार को उत्तराखंड के रानीखेत में प्रारंभ हुए भारतीय एवं अमेरिकी सेना के संयुक्त 'युद्ध अभ्यास' में भाग ले रहे सैनिकों में भारत की दो बेटियां बतौर कमांडो जांबाजी की मिसाल कायम करेंगी। चंडीगढ़ के खैर परिवार की दो बेटियां अमेरिकी सेना के जांबाज कमांडो में शुमार हैं। 'युद्ध अभ्यास' में उन्हें प्रतिनिधित्व का मौका दिया गया है।
खैर परिवार की एक बेटी ने बताया कि 2001 में वह भारत से अमेरिका चली गई थीं। फौज में जाने की ललक ही कहेंगे कि बड़ी बहन आठ जबकि वह खुद छह वर्ष पूर्व अमेरिकी सेना में शामिल हुई। इस परिवार की बड़ी बेटी ने इराक और फिर अफगानिस्तान में चले ऑपरेशन में बहादुरी की मिसाल कायम की। दोनों बहनों का कहना है कि उन्हें अपने वतन से बेहद प्रेम है। उन्हें अपने वतन की याद भी आती है। इसलिए साल-दो साल में भारत आ जाती हैं।