जानें, कौन है आदिल शहरयार
ललित मोदी की मदद को लेकर कांग्रेस के हमलों का सामना कर रहीं सुषमा ने आदिल शहरयार, वारेन एंडरसन और क्वात्रोच्चि का मामला उठाकर विपक्षी दल को बैकफुट पर धकेल दिया है। एंडरसन भोपाल गैस कांड के समय यूनियन कार्बाइड का अध्यक्ष था, तो क्वात्रोच्चि का नाम बोफोर्स घोटाले में
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। ललित मोदी की मदद को लेकर कांग्रेस के हमलों का सामना कर रहीं सुषमा ने आदिल शहरयार, वारेन एंडरसन और क्वात्रोच्चि का मामला उठाकर विपक्षी दल को बैकफुट पर धकेल दिया है। एंडरसन भोपाल गैस कांड के समय यूनियन कार्बाइड का अध्यक्ष था, तो क्वात्रोच्चि का नाम बोफोर्स घोटाले में उछला था। आदिल शहरयार का मामला गंभीर होते हुए भी कम चर्चित रहा है। आखिर कौन था आदिल?
--आदिल शहरयार, इंदिरा गांधी के निजी सहायक व स्पेन में भारत के राजदूत रहे मुहम्मद यूनुस का पुत्र और राजीव गांधी के बचपन का मित्र था।
--वह अमेरिका गया, लेकिन वहां जाकर अपराध जगत का हिस्सा बन गया। 30 अगस्त, 1981 को उसे मियामी में गिरफ्तार किया गया था।
--उस पर आगजनी में शामिल होने का आरोप था। अमेरिकी प्रशासन ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि वह ड्रग रैकेट का हिस्सा है।
--उसके कई और अपराध सामने आए। अमेरिकी अदालत ने उसे खतरनाक मुजरिम की श्रेणी में रखा और 35 साल की सजा सुनाई।
--इसके बाद भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय के स्तर से आदिल को रिहा कराने का प्रयास शुरू हुआ। लेकिन अमेरिका इसके लिए तैयार नहीं हुआ।
--भोपाल गैस कांड के बाद अमेरिका ने एंडरसन को ले जाने का प्रयास शुरू किया, तो राजीव सरकार ने आदिल की रिहाई की शर्त रख दी।
--11 जून, 1985 को राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने आदिल को क्षमादान दे दिया। इसी दिन राजीव गांधी पहली राजकीय यात्रा पर वाशिंगटन पहुंचे थे।