'मन की बात' में पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन पर जताई चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में जलवायु परिवर्तन पर जताई चिंता। उन्होंने कहा कि पृथ्वी का तापमान अब बढ़ना नहीं चाहिए। ये हर किसी की जिम्मेदारी और चिंता भी है। मोदी ने सर्दी के मौसम को देखते हुए देशवासियों को व्यायाम करने की सलाह दी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में जलवायु परिवर्तन पर जताई चिंता। उन्होंने कहा कि पृथ्वी का तापमान अब बढ़ना नहीं चाहिए। ये हर किसी की जिम्मेदारी और चिंता भी है। मोदी ने सर्दी के मौसम को देखते हुए देशवासियों को व्यायाम करने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के लिए लोगों से सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के दिन मैंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत की चर्चा की थी, इसको एक योजना का रूप देना चाहता हूं। छोटा-छोटा काम करने वाले लोग ही देश की आर्थिक शक्ति होते हैं, हम उसी को बल देना चाहते हैं। मोदी ने मुद्रा बैंक से लाभ लेने वाले लोगों के अनुभव बांटे।
उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना से लाभ पाने वाले 24 लाख महिलाएं हैं और ज्यादातर मदद पाने वाले एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के लोग हैं। मोदी ने कहा कि इतने कम समय में करीब 66 लाख लोगों को 42,000 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से मिला।
इन ई-बुक को नौजवान साथी देखें, दिखाएं और अपने सुझाव MY GOV पर भेज दें। मैं नौजवान मित्रों से MY GOV पर उपलब्ध स्वच्छ भारत, आदर्श ग्राम और हेल्थ सेक्टर से जुड़ी 3 ई-बुक देखने का आग्रह करता हूं। मोदी ने मन की बात में बिल गेट्स और मिलिंडा गेट्स को याद किया। उन्होंने कहा कि वे भारत में कई सामाजिक कार्य कर रहे हैं। वे अपनी कमाई गरीबों में खर्च कर रहे हैं।
एक गलत घटना सरकार के प्रति हमारे नजरिए को बदल देती है, लेकिन कई बार सरकारी बाबू सेवा-भाव से ऐसे उत्तम काम करते हैं जो कभी हमारी नजर में नहीं आते। मोदी ने कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने वाले जावेद अहमद को याद किया। पीएम ने कहा कि कश्मीर के जावेद अहमद को आतंकवाद की चोट भी चित्त नहीं कर पाई। जावेद अक्षम लोगों के मसीहा बन कर आज एक मौन क्रांति कर रहे हैं।
शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम लोग भी एक अप्रतिम साहस और सामर्थ्य के धनी होते हैं। शारीरिक और मानसिक रूप से अक्षम लोग हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। प्रधानमंत्री ने फसल के अवशेष न जलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे जमीन के ऊपर की परत जल जाती है। मुझे जालंधर से लखविंदर सिंह का फोन आया, उनका सवाल है कि लोग खेतों को आग लगाते हैं, इनको कैसे गाइड किया जाए।
मुझे खुशी है कि सार्क देशों के एक टेबल टॉक एक्सरसाइज और बैस्ट प्रैक्टिसेस का सेमिनार वर्कशॉप दिल्ली में संपन्न हुआ। नेपाल में आए भूकंप के बाद मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बात कर कहा था कि सार्क देश डिजास्टर प्रेपयर्डनेस के लिए जाइंट एक्सरसाइज करें। तमिलनाडु में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर करता हूं। उत्सव के दौरान संकट आए तो पीड़ा होती है।
गौरतलब है कि इससे पहले पीएम मोदी ने 25 अक्टूबर को 'मन की बात' की थी। मन की बात आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाने वाला कार्यक्रम है। इसके द्वारा पीएम मोदी देशवासियों को संबोधित करते हैं। कार्यक्रम 'मन की बात' का पहला प्रसारण 3 अक्टूबर, 2014 को किया गया था।
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