हैदराबाद के निजाम आगे की सोच रखने वाले इंसान थे: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि इन सौ वर्षों में विश्वविद्यालय ने समय के कई रूप देखें। इस दौरान दो विश्व युद्ध हुए,भारत को आजादी मिली और नए राज्य तेलंगाना का गठन हुआ।
हैदराबाद, आईएएनएस । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हैदराबाद के आखिरी निजाम मीर ओसामा अली खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे दूरदृष्टि रखने वाले इंसान थे। उस्मानिया विश्वविद्यालय के सौ वर्ष पूरे होने के मौके पर शताब्दी समारोह का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि निजाम ने विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए एक बड़ा सपना देखा था, जिसके चलते उस्मानिया विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।
राष्ट्रपति ने कहा कि इन सौ वर्षों में विश्वविद्यालय ने समय के कई रूप देखें। इस दौरान दो विश्व युद्ध हुए, भारत को आजादी मिली और नए राज्य तेलंगाना का गठन हुआ। उन्होंने कहा कि संस्थान को इस सपने के साथ स्थापित किया गया था जहां छात्र खुले दिमाग से सबकी बातें सुनें, एक दूसरे के विचारों को साझा करें और एक शांतिपूर्ण माहौल में रहे।
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प्रणब मुखर्जी ने चिंता जताते हुए कहा कि हमारे भारतीय विश्वविद्यालयों में रिसर्च और नई चीजों को लेकर उस स्तर की सुविधाएं नहीं हैं जो वास्तव में एक पेशेवर बनने के लिए जरूरी होती हैं। राज्य से जिस स्तर तक फंड की जरूरत होती हैं, वह नहीं मिल पाती है। उन्होंने उद्योग जगत को इस क्षेत्र में मदद के लिए उतरने की अपील की। राष्ट्रपति ने कहा उद्योग जगत विश्वविद्यालय के मददगार के रुप में बहुत कुछ कर सकता है।