कांग्रेस की दिल्ली रैली में उप्र से होगी सशक्त भागीदारी
केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ रविवार को दिल्ली में हो रही कांग्रेस की रैली में उत्तर प्रदेश की सशक्त भागीदारी का दावा किया जा रहा है। नौ दिनों तक विधानसभा क्षेत्रों में किसान रैली को लेकर जनजागरण के लिए निकाली गई पदयात्रा को मिले अच्छे ‘रिस्पांस’ से
लखनऊ। केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ रविवार को दिल्ली में हो रही कांग्रेस की रैली में उत्तर प्रदेश की सशक्त भागीदारी का दावा किया जा रहा है। नौ दिनों तक विधानसभा क्षेत्रों में किसान रैली को लेकर जनजागरण के लिए निकाली गई पदयात्रा को मिले अच्छे ‘रिस्पांस’ से गदगद कांग्रेसियों का दावा है कि रैली में उत्तर प्रदेश से 50 हजार लोग भाग लेंगे।
प्रदेश कांग्रेस ने जब नौ दिन तक विधानसभा क्षेत्रों में पद यात्रा निकालने की घोषणा की थी, तब पार्टी के भीतर ही तमाम लोगों को इसकी सफलता पर संदेह था। शुरुआत में तो ऐसा लगा कि मामला फीका रह जाएगा, लेकिन जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ा वैसे वैसे पदयात्रा में अच्छी भागीदारी होने लगी। पदयात्राओं को लेकर जिलों व प्रदेश संगठन के बीच समन्वय की जिम्मेदारी संभालने वाले हनुमान त्रिपाठी ने दावा किया कि लगभग सभी जिलों में अनुमान व उम्मीद से तीन से चार गुना लोगों ने पदयात्र में शिरकत की।
उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जिस प्रकार केंद्र सरकार को बेनकाब किया, उसका बहुत अच्छा संदेश गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. निर्मल खत्री द्वारा लगातार विभिन्न जिलों में दौरा कर पार्टी के लोगों से संवाद करने से भी रैली के प्रति उत्साह पैदा हुआ है।
गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व सांसद डॉ. निर्मल खत्री व प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री गत पांच दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों का दौर कर वहां से दिल्ली की रैली में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने में जुटे हैं।
इसी सिलसिले में दोनों ने शुक्रवार को गजरौला, संभल, अमरोहा, मुरादाबाद व रामपुर में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की और रैली में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की।
इलाहाबादी बोले, राहुल-प्रियंका चलेंगे संग
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद। ललकारो भइया, इंदिरा राजीव के सपनों को अब पंख लगेंगे, राहुल प्रियंका अब संग चलेंगे। दिल्ली चलो। शुक्रवार को इलाहाबाद के सुभाष चौराहे पर लगे बैनर में लिखा गया यह स्लोगन चर्चा में रहा। इस बैनर को उन्हीं युवा कार्यकर्ताओं ने लगाया है जो कुछ समय पहले तक राहुल गांधी को चुका मानकर उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे।
एक साल से राहुल हटाओ, प्रियंका लाओ का नारा लगाने वाले कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए इस बैनर के निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद से ही इन कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी के खिलाफ आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी थी। आए दिन पोस्टर और बैनर के माध्यम से राहुल गो और प्रियंका कम का नारा बुलंद करने वाले इन कांग्रेसियों का मन अचानक परिवर्तित हो गया। शुक्रवार को युवा नेता श्रीश दुबे व हसीब अहमद ने सिविल लाइंस में यह बैनर लगाकर अपनी बदली सोच से मीडियाकर्मियों को अवगत कराया।
दिल्ली में 19 अप्रैल को होने वाली किसान रैली को लेकर युवा कांग्रेसियों द्वारा उठाए गए इस कदम के पीछे जानकार राहुल की अध्यक्ष बनने की सुगबुगाहट को भी कारण मान रहे हैं। उनका कहना है कि राहुल का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है, ऐसे में इनकी प्रियंका रट का क्या होगा। यही सोचकर इन्होंने राहुल व प्रियंका को एक साथ चलने की बात कही है।
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