सोनिया, राहुल की पहल के बाद जागे प्रमोद और संजय भी लेंगे गांव गोद
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ देर से ही सही, लेकिन आदर्श ग्राम विकास योजना के तहत अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कराने के लिए गांव गोद लेने के बाद अब प्रमोद तिवारी व डा.संजय सिंह की भी तंद्रा भंग हुई है। दोनों गांव गोद लेने
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ देर से ही सही, लेकिन आदर्श ग्राम विकास योजना के तहत अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कराने के लिए गांव गोद लेने के बाद अब प्रमोद तिवारी व डा.संजय सिंह की भी तंद्रा भंग हुई है। दोनों गांव गोद लेने की तैयारी में हैं। अलबत्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन सतीश शर्मा ने गांव का चयन किया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. संजय सिंह यूं तो असम से राज्यसभा सदस्य हैं और इसलिए उन्हें उसी राज्य में कोई गांव गोद लेना होगा। असम के किस जिले में वह गांव गोद लेंगे, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह 29 और 30 नवंबर को असम में होंगे, तभी तय करेंगे कि कौन सा गांव गोद लेना है। हाल ही में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया को हालांकि अभी राज्यसभा सदस्यता की शपथ लेनी है लेकिन उन्होंने अपना मन अवश्य बना लिया है। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यूं तो राज्यसभा सदस्य का कार्यक्षेत्र तो पूरा राज्य होता है लेकिन अवसर आने पर वह बाराबंकी के किसी गांव को ही प्राथमिकता देंगे।
अमेठी व रायबरेली का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके और फिलवक्त राज्यसभा सदस्य कैप्टन सतीश शर्मा ने इस मामले में तत्परता दिखायी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के अनुसार कैप्टन साहब ने रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के सरैनी गांव को गोद लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी अमूमन सियासी तौर पर सक्रियता के लिए जाने जाते हैं लेकिन गांव गोद लेने के मामले में थोड़ा पिछड़ गए हैं। इस बारे में पूछ जाने पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि वह 21 नवंबर को घोषणा करेंगे कि वह कौन सा गांव गोद लेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस विधान सभा क्षेत्र ने उन्हें नौ बार चुना उसी क्षेत्र के गांव को गोद लेंगे।