कांठ में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कड़ाई से पालन हो: हाईकोर्ट
इलाहाबाद [जागरण संवाददाता]। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुरादाबाद के कांठ स्थित एक मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका में हस्तक्षेप से इन्कार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि जिला प्रशासन की अनुमति लिए बिना किसी को भी लाउडस्पीकर बजाने का अधिकार नहीं है।
इलाहाबाद [जागरण संवाददाता]। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुरादाबाद के कांठ स्थित एक मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका में हस्तक्षेप से इन्कार कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि जिला प्रशासन की अनुमति लिए बिना किसी को भी लाउडस्पीकर बजाने का अधिकार नहीं है।
कोर्ट ने जिला प्रशासन, पुलिस एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिया है कि ध्वनि प्रदूषण के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कड़ाई से पालन करें। किसी भी दशा में ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के नियमों के विपरीत स्पीकर बजाने की अनुमति न दी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने निर्धारित ध्वनि मानकों से अधिक तेज स्पीकर बजाने सहित कई दिशा निर्देश दिए है जिसमें रात्रि दस बजे के बाद लाउडस्पीकर बजाने पर रोक है। यह आदेश न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता एवं न्यायमूर्ति एमसी त्रिपाठी की खंडपीठ ने चुन्नू सिंह की जनहित याचिका पर दिया है।
इससे पहले, कांठ विवाद को लेकर एसएसपी धर्मवीर सिंह के निलंबन व पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर रामपुर में कांठ जाते आंवला के सांसद धर्मेद्र कश्यप और बरेली के शहर विधायक डा. अरुण सक्सेना को मिलक में गिरफ्तार कर लिया गया। आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा।
इधर, कांग्रेस की रामपुर की पूर्व सांसद बेगम नूरबानो और विधायक संजय कपूर समेत 137 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिन्हें बाद में पुलिस लाइन से छोड़ दिया गया।
इससे पहले, भाजपा के विधायक लोकेन्द्र व सुरेश राणा तमाम सुरक्षा को चकमा देकर शनिवार को कांठ थाना में पहुंचे और एसएसपी धर्मवीर सिंह के खिलाफ तहरीर दी। विधायक सुरेश राणा तथा मुरादाबाद के नूरपुर के विधायक लोकेन्द्र ने मुरादाबाद में भाजपा के कार्यक्रम को सफल बना ही दिया।
गौरतलब है कि कांठ में चार जुलाई को बवाल के बाद सियासी हठ के कारण यह कस्बा फिर संवेदनशील हो गया है। मुरादाबाद में धारा 144 लागू है। हर सीमा पर बैरियर लगाए गए हैं और तलाशी ने बाद ही लोगों को जिले की सीमा में प्रवेश दिया जा रहा है। आस-पास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 26 कंपनी अतिरिक्त पीएसी दी गयी है।
उधर, प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना के साथ डीएम मुरादाबाद दीपक अग्रवाल के कार्यालय पर जारी धरने को खत्म कर दिया है। वहीं, नूरपुर के विधायक लोकेन्द्र सिंह के साथ सहारनपुर के थाना भवन सीट के विधायक सुरेश राणा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पुलिस ने गाजियाबाद बॉर्डर पर कांठ शांति मार्च के लिए जा रहे मधुसूदन मिस्त्री सहित कई कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया है। साथ ही मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल सहित दिल्ली के चार विधायकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, पुलिस ने रीता बहुगुणा को गिरफ्तार कर लिया है उनके साथ 20-25 अन्य पार्टी नेताओं ने भी गिरफ्तारी दी है। इसबीच दैनिक जागरण से बात करते हुए नगमा ने कहा कि भाजपा और सपा की कोशिश प्रदेश में शांति भंग करने की है और इसका प्रयास भी किया जा रहा है।
कांठ के नयागांव अकबरपुर चेंदरी में हुए बवाल के बाद आज होने वाले भाजपा के कांठ कूच को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद थी। शहर में जगह-जगह नाकाबंदी कर रखा है, ताकि भाजपाई किसी तरह भी कांठ की ओर कूच न कर सके। डीएम आफिस में समर्थकों के साथ बैठे बाजपेयी को पता चला कि सहारनपुर में सांप्रदायिक तनाव हो गया है और शहर में बड़े पैमाने पर आगजनी हुई है। इस पर उन्होंने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बवाल के जिम्मेदार आजम खां है।
सूबे के अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था मुकुल गोयल का कहना है कि कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने की छूट किसी को नहीं मिलेगी। जिलाधिकारी मुरादाबाद दीपक अग्रवाल का कहना है कि जिले में प्रवेश के रास्तों पर मजिस्ट्रेट व सीओ तैनात रहेंगे। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। आरएएफ, आरआरएफ, एसएसबी और पीएसी की कंपनियां बुला ली गई हैं।
जलाभिषेक को कांठ नहीं पहुंच सके संत
कांठ में कल जलाभिषेक का साधु व संतों का एलान व्यवहार रूप नहीं ले सका। साध्वी प्राची को बिजनौर के भागूवाला में गिरफ्तार कर लिया गया। साध्वी प्राची हरिद्वार से कांठ के अकबरपुर चैदरी के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुई। पहले से अलर्ट पुलिस ने मुरादाबाद पहुंचने से पूर्व बिजनौर के समीप भागूवाला में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। साध्वी प्राची ने बताया कि जो संकल्प अधूरा रह गया है, उसे आगे पूरा करेंगे। साध्वी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली। एडीएम प्रशासन महेंद्र वर्मा ने बताया कि किसी भी बाहरी साधु-संत ने जलाभिषेक नहीं किया है। सब कुछ सामान्य रहा।