Move to Jagran APP

नेताओं का रिटायरमेंट

कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी भी बुजुर्ग नेताओं को रिटायर करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फार्मूले से सहमत प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने भी तय उम्र के बाद सक्रिय राजनीति से बुजुर्गो के अलग होने की वकालत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा है कि 70 की उम्र के बाद लोगों को राजनीति में सक्रिय पदों से हट जाना

By Edited By: Published: Fri, 29 Aug 2014 03:44 AM (IST)Updated: Thu, 28 Aug 2014 09:13 PM (IST)
नेताओं का रिटायरमेंट

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी भी बुजुर्ग नेताओं को रिटायर करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फार्मूले से सहमत प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने भी तय उम्र के बाद सक्रिय राजनीति से बुजुर्गो के अलग होने की वकालत शुरू कर दी है। उन्होंने कहा है कि 70 की उम्र के बाद लोगों को राजनीति में सक्रिय पदों से हट जाना चाहिए। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी और सरकार में 75 साल से अधिक उम्र के नेताओं को अहम भूमिका से अलग कर दिया है। इस पर कांग्रेस नेताओं ने उनकी जम कर आलोचना की थी।

loksabha election banner

अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने अब कहा है कि राजनीति में लोगों को 70 की उम्र के बाद सक्रिय पदों पर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति से इतर सभी क्षेत्रों में यही होता है कि एक उम्र के बाद नेतृत्व बदल जाता है। इसी तरह राजनीति में भी होना चाहिए। खास कर जिन पदों पर सक्रिय भूमिका की जरूरत होती है, उन पर तो एक उम्र के बाद किसी को नहीं ही रहना चाहिए।

हालांकि, 67 वर्षीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इस नियम की उपयोगिता से इन्कार कर दिया। इस बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद कई मामलों में अपवाद रहा है। पार्टी का 'एक व्यक्ति एक पद' का नियम भी पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के ऊपर नहीं लागू किया जाता। लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और पार्टी अध्यक्ष जैसे कुछ पद हैं, जिनको इस उम्र सीमा से दूर रखा जाना चाहिए।

द्विवेदी का यह बयान इसलिए चौंकाने वाला है, क्योंकि पिछले दिनों जब भाजपा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी को सक्रिय भूमिकाओं से बाहर कर दिया गया तो कांग्रेस नेताओं ने इसकी जम कर आलोचना की थी। हालांकि, द्विवेदी के खुद भी इस उम्र सीमा तक पहुंचने में महज एक साल का ही फासला रह गया है। उधर बदली परिस्थितियों में उनकी भूमिका भी काफी सीमित होती जा रही है। ऐसे में इस बयान को अपने भविष्य की भूमिका के बारे में द्विवेदी की सफाई के तौर पर भी देखा जा रहा है।

पढ़ें: कांग्रेस को 2009 में नहीं बनानी चाहिए थी सरकार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.