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सियासी परिवार

पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे सियासी परिवार हैं जो लंबे समय से संबंधित राज्यों में पार्टी की आवाज हैं। इन चुनावों में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वंशवृक्ष सीरीज की अगली कड़ी में अतुल चतुर्वेदी की एक नजर:

By Edited By: Published: Sun, 30 Mar 2014 10:37 AM (IST)Updated: Sun, 30 Mar 2014 03:03 PM (IST)
सियासी परिवार

पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे सियासी परिवार हैं जो लंबे समय से संबंधित राज्यों में पार्टी की आवाज हैं। इन चुनावों में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वंशवृक्ष सीरीज की अगली कड़ी में अतुल चतुर्वेदी की एक नजर:

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पंजाब

प्रकाश सिंह बादल (1927)

2007 से पंजाब के मुख्यमंत्री। उससे पहले भी तीन बार इस पद पर रहे। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के मुखिया। 2008 में पार्टी की कमान पुत्र सुखबीर सिंह बादल (52) को सौंपी। सुखबीर उपमुख्यमंत्री हैं। दो बार सांसद और वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं। इनकी पत्नी हरसिमरत कौर बठिंडा से संसद सदस्य हैं। इस बार भी यहीं से अपनी किस्मत आजमा रही हैं। शिअद, भाजपा के पुराने सहयोगियों में से है। बादल परिवार के नेतृत्व में शिअद-भाजपा गठबंधन रज्च्य की 13 लोकसभा सीटों में से अधिकाधिक सीटें जीतना चाहता है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह (1942)

पटियाला राजघराने से संबद्ध। मां महताब उर्फ मोहिंदर कौर सांसद रहीं। कैप्टन रज्च्य में मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। अबकी बार अमृतसर से हाई-प्रोफाइल मुकाबले में भाजपा के अरुण जेटली के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों तरफ से वाक युद्ध जारी है। पत्नी परनीत कौर पटियाला से सांसद हैं और विदेश रज्च्य मंत्री हैं। इस बार भी पटियाला से चुनाव लड़ रही हैं। पुत्र रानिंदर पिछले लोकसभा चुनाव में हरसिमरत के खिलाफ बठिंडा से चुनाव हार चुके हैं। 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में भी वह हार गए थे।

राजस्थान

वसुंधरा राजे (1953)

राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री। हाल के विधानसभा सभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से रज्च्य की सत्ता में दोबारा वापसी। प्रसिद्ध सिंधिया राजघराने से संबद्ध। पांच बार लोकसभा सदस्य रहीं। पुत्र दुष्यंत सिंह झालावाड़-बारां संसदीय सीट से सांसद। इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पत्नी निहारिका सिंह के भी चुनाव लड़ने की चर्चा थी। वसुंधरा के नेतृत्व में भाजपा को राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीटों से बहुत उम्मीदें हैं।

हिमाचल प्रदेश

वीरभद्र सिंह (1934)

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री। रच्च्य में कांग्रेस की सियासत की धुरी माने जाते हैं। पहले भी मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पत्‍‌नी प्रतिभा सिंह मंडी से सांसद हैं।

प्रेम कुमार धूमल (1944)

भाजपा के वरिष्ठ नेता रच्च्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे। पुत्र अनुराग ठाकुर दो बार से हमीरपुर संसदीय सीट से सांसद। इस बार भी यहीं से चुनाव लड़ रहे हैं।

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