हरियाणा में वर्दी खरीद में घोटाला
पुलिस विभाग में घटिया वर्दी व जूते खरीदने का मामला सामने आया है। 102 करोड़ रुपये खर्च कर वर्दी के लिए खरीदे गए कपड़े की गुणवत्ता बेहद खराब है, जिसकी वजह से कर्मचारी इसे लेने को तैयार नहीं हैं। नामी फर्म के खरीदे गए जूतों की तली एक ही परेड
जागरण संवाददाता, भिवानी। पुलिस विभाग में घटिया वर्दी व जूते खरीदने का मामला सामने आया है। 102 करोड़ रुपये खर्च कर वर्दी के लिए खरीदे गए कपड़े की गुणवत्ता बेहद खराब है, जिसकी वजह से कर्मचारी इसे लेने को तैयार नहीं हैं। नामी फर्म के खरीदे गए जूतों की तली एक ही परेड में उखड़ जाती है। मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक तक शिकायत पहुंचने के बाद मामले की छानबीन शुरू हो गई है। संबंधित अधिकारी की शक्तियों को वापस ले लिया गया है।
सूत्र बताते हैं कि दो वर्ष पूर्व पुलिस विभाग ने करीब 102 करोड़ रुपये खर्च कर कर्मचारियों के लिए वर्दी की खरीद की थी। थोक के भाव खरीदे गए कपड़े की गुणवत्ता पर सवाल तब खड़े हुए, जब कर्मचारियों ने इसका इस्तेमाल शुरू किया। पता चला कि एक बार वर्दी पहनने के बाद उसे धोया जाता है तो वह सिकुड़ जाता है और इस कारण दोबारा से उसे पहनना मुश्किल हो जाता है। अधिकारियों ने इस कपड़े को सभी जिला मुख्यालयों पर भेजा हुआ है।
रोहतक में करीब 30 हजार मीटर और भिवानी में 20 हजार मीटर कपड़ा भेजा गया था। लेकिन अब कर्मचारियों ने इसे इस्तेमाल करने से इंकार करना शुरू कर दिया है और वे खुद खरीद कर वर्दी पहनने लगे हैं। हरियाणा पुलिस संगठन के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर 15 जून को मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को तमाम परिस्थितियों से अवगत करा दिया है।
एक आइपीएस अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर गड़बड़ी की पुष्टि भी की।135 रुपये मीटर कीमत का कपड़ा 91 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से खरीद कर करोड़ों रुपये का चूना लगाया है। जूते पहन कर कर्मचारी परेड करते हैं तो पहली ही परेड में जूते की तली फट जाती है।