खाकी की क्रूरता : पांचवें फ्लोर से फेंका नीचे, वो तड़पता रहा, पुलिस हंसती रही...
पुलिस का ऐसा खौफनाक चेहरा शायद ही आपने देखा होगा। बिल्डर के घर में घुसकर पहले तो जमकर पिटाई की, इसके बाद घसीटते हुए उसे बाहर ले आई और पांच मंजिला बालकनी से नीचे फेंक दिया।
पटना। पुलिस का ऐसा खौफनाक चेहरा शायद ही आपने देखा होगा। बिल्डर के घर में घुसकर पहले तो जमकर पिटाई की, इसके बाद घसीटते हुए उसे बाहर ले आई और पांच मंजिला बालकनी से नीचे फेंक दिया।
परिजनों की मानें तो बिल्डर जमीन पर काफी देर तड़पता रहा, लेकिन क्रूरता में अंधी हुई पुलिस को उसका दर्द झकझोर न सका। समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण बिल्डर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उसकी मौत के बाद थाना पुलिस शव छोड़कर भाग गई। मृतक के परिजनों की तहरीर पर दारोगा सहित एक अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
राजीव नगर के सुमित्रा विला अपार्टमेंट में रहने वाले बिल्डर अजय चौधरी ने भवन निर्माण के लिए खगौल के व्यवसायी अनिल कुमार से 30 लाख रुपये की गिट्टी, सरिया और बालू खरीदा था। इसका भुगतान उन्होंने चेक से किया, लेकिन वह बाउंस हो गया। कोर्ट के आदेश पर बिल्डर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
बिल्डर के पुत्र साहिल ने बताया कि इसी मामले में खगौल थाने का दारोगा शक्ति सिंह करीब एक दर्जन सिपाहियों के साथ भोर में उसके घर में घुस आया। पहले तो बिल्डर की सबने मिलकर पिटाई की।
साहिल ने बताया कि घरवालों ने बचाने का प्रयास किया तो बिल्डर को घसीटते हुए बालकनी में ले गए और कुछ देर बाद वहां से नीचे फेंक दिया।
इसके बाद सारे पुलिसकर्मी नीचे गए और दर्द से तड़प रहे बिल्डर का मजाक उड़ाते रहे। घटना के कुछ देर बाद बिल्डर अजय ने दम तोड़ दिया तो शक्ति सिंह सहित सभी पुलिसकर्मी वहां से भाग गए।
किसी तरह अजय के घरवाले उसके पास पहुंचे और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों की तहरीर पर राजीव नगर थाना पुलिस ने दारोगा शक्ति सिंह और व्यवसायी अनिल सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है। फिलहाल दोनों फरार हैं।