'नीच' बयान पर नपे अय्यर, कांग्रेस ने किया पार्टी से निलंबित
कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
नई दिल्ली, एएनआई। पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के बाद चौतरफा घिरे मणिशंकर अय्यर पर कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई की है। कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
यही हैं कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व व विरोधी के प्रति सम्मान की भावना।
कांग्रेस पार्टी ने श्री मनी शंकर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया है।
क्या मोदी जी कभी यह साहस दिखाएँगे? https://t.co/h6MEgvm6Ca— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) December 7, 2017
मोदी पर दिए बयान को लेकर फंसे अय्यर
मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए उन्हें 'नीच' कह दिया था।
हालांकि, विवादित बयान के बाद चौतरफा घिरे मणिशंकर अय्यर ने सफाई देते हुए कहा था कि पीएम मोदी रोजाना हमारे नेताओं के खिलाफ अपशब्द कहते रहते हैं। मैं एक स्वतंत्र कांग्रेसी हूं, मेरे पास कोई पद नहीं है। इसीलिए, मैं मोदी को उन्हीं की भाषा में जवाब दे सकता हूं। उन्होंने आगे कहा कि 'नीच' शब्द से मेरा मतलब 'LOW' था। मेरे कहने का मतलब नीची जाति में पैदा होने वाले से नहीं था। नीच शब्द का अगर यह अर्थ भी हो सकता है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।
अय्यर के बयान पर मोदी का पलटवार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पीएम के बारे में अपशब्द का प्रयोग करने पर सियासी पारा चढ़ गया। इन आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस मुगलों की मानसिकता से ग्रस्त पार्टी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस नेता ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं जो लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है। सबसे अच्छे संस्थान से शिक्षा ग्रहण करने वाले एक कांग्रेसी नेता ने डिप्लोमैट के तौर पर काम किया, वह कैबिनेट में मंत्री के तौर पर कार्यरत थे उन्होंने कहा- मोदी ‘नीच’ है। यह अपमानजनक है। यह कुछ और नहीं मुगलों की मानसिकता है।
राहुल ने की निंदा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिशंकर अय्यर के बयान को खारिज करते हुए कहा कि मैं और कांग्रेस पार्टी इस बयान से सहमत नहीं हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वे माफी मागेंगे। साथ ही राहुल ने कहा कि भाजपा और पीएम लगातार कांग्रेस के खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
मणिशंकर की दिमागी हालत ठीक नहीं: लालू
वहीं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी मणिशंकर अय्यर के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर की दिमागी हालत ठीक नहीं है।
गरीबों के लिए काम करता रहूंगा: मोदी
पीएम मोदी ने कहा, वे हमें नीच कह सकते हैं- हां मैं समाज के गरीब वर्ग से आता हूं और गरीबों के साथ समय बिताता हूं। मैं दलित, गरीबों और ओबीसी के लिए ही काम करता रहूंगा। उन्हें उनकी बातें मुबारक मैं अपना काम करता रहूंगा। पीएम ने कहा इस अपमान का जवाब गुजरात की जनता देगी। आप सबने मुझे देखा है- मैं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहा हूं। क्या किसी को मेरे कारण शर्म से सिर झुकाना पड़ा है क्या मैंने कोई शर्मनाक काम किया है?
इसके अलावा पीएम ने जनता से वादा किया कि लोगों को लगातार बिजली नहीं मिलती। जब भाजपा को सेवा का मौका मिलेगा हम बिजली की सुविधा सुनिश्चित कराएंगे। सूरत के लिए मांग लंबित थी और वह भाजपा ही है जिसने इनपर काम किया है।
अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का उद्घाटन
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अंबेडकर के आदर्शों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की बात कही। प्रधानमंत्री विपक्षियों पर हमला करना नहीं भूले, उन्होंने राहुल की शिवभक्ति पर हमला करते हुए कहा- जो राजनीतिक दल बाबासाहब का नाम लेकर वोट मांगते हैं उन्हें तो शायद ये पता भी नहीं होगा, खैर उन्हें आज कल बाबा साहब नहीं बाबा भोले जरा ज्यादा नजर आ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, इस सरकार में योजनाओं में देरी को आपराधिक लापरवाही माना जाता है। इस सेंटर को बनाने का निर्णय 1992 में लिया गया था लेकिन 23 साल तक कुछ नहीं हुआ। उन्होंने राजनीतिक लोकतंत्र को सामाजिक तंत्र में बदलने की बात भी की। इस क्रम में भीम एप व सरकार द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रमों उज्जवला योजना, जनधन योजना व रुपे कार्ड की भूमिका की तारीफ की।
अंबेडकर के ऋणी हैं हम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, बाबा साहब की अद्भुत शक्ति थी कि उनके जाने के बाद बरसों तक राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन बाबा साहेब के विचारों को लोग जनमानस के चिंतन से हटा नहीं पाए। जिस परिवार के लिए ये सब किया गया, उस परिवार से ज्यादा लोग आज बाबा साहब से प्रभावित हैं। बाबा साहब का राष्ट्र निर्माण में जो योगदान है, उस वजह से हम सभी उनके ऋणी हैं।
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