पीएम का निवेशकों से विकास केंद्रित नीतियों का वादा
देश की सुनहरी तस्वीर पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी निवेशकों से निष्पक्ष, भरोसेमंद व स्थायी कर प्रणाली के साथ विकास केंद्रित नीतियों का वादा किया है। सरकार की मंशा का खुलकर जिक्र करते हुए पीएम ने उन्हें भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया है।
नई दिल्ली। देश की सुनहरी तस्वीर पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी निवेशकों से निष्पक्ष, भरोसेमंद व स्थायी कर प्रणाली के साथ विकास केंद्रित नीतियों का वादा किया है। सरकार की मंशा का खुलकर जिक्र करते हुए पीएम ने उन्हें भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया है।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को डिनर पर 21 शीर्ष ग्लोबल फंड हाउसों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। ये फंड हाउस 110 खरब डॉलर से ज्यादा की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करते हैं। प्रतिनिधि दुनिया के सबसे बड़े एसेट मैनेजर ब्लैकरॉक की ओर से आयोजित इंडिया इंवेस्टर समिट में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
बातचीत के दौरान मोदी ने कहा कि उनकी शीर्ष प्राथमिकता विकास और रोजगार है। गवर्नेंस, निष्पक्षता व कर निर्धारण जैसे क्षेत्रों में उनकी सरकार अंतरराष्ट्रीय मानक स्थापित करना चाहती है। भारत में दुनिया की दिलचस्पी बढ़ी है। इस जिम्मेदारी को स्वीकारना पड़ेगा। मोदी ने निवेशकों को बताया कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास रोजगार सृजन के लिए सर्वोत्तम विकल्पों में से एक है।
अर्थव्यवस्था की खातिर रेलवे विकास का इंजन बन सकता है। कौशल विकास पर सरकार का खास जोर है। इससे भारत की ही नहीं, दुनिया की जरूरतें पूरी होंगी। 2022 तक सभी को घर मुहैया कराने के लक्ष्य का भी जिक्र किया। विश्वास जताया कि इससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी।
समिट के दौरान अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी इन निवेशकों के समक्ष भारत के मजबूत पक्षों को रखा। साथ ही उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित किया। माना जाता है कि इस दौरान सरकार के आर्थिक सुधार का खाका भी पेश किया गया।
पीयूष गोयल, सुरेश प्रभु, नितिन गडकरी, धमेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण व जयंत सिन्हा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने निवेशकों को संबोधित किया।