नमो का निर्देश भक्त को मंजूर नहीं
इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था कहें या कुछ और.. भगवानपुर गांव (उत्तर प्रदेश) के शिव मंदिर में उनकी प्रतिमा अब भी स्थापित है। यह तब है, जब मोदी ने खुद की पूजा किए जाने पर नाराजगी जताई है। हिंदू धर्म सेना की भी आपत्ति है, लेकिन भक्त बृजेंद्र
जागरण संवाददाता, कौशांबी। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था कहें या कुछ और.. भगवानपुर गांव (उत्तर प्रदेश) के शिव मंदिर में उनकी प्रतिमा अब भी स्थापित है। यह तब है, जब मोदी ने खुद की पूजा किए जाने पर नाराजगी जताई है। हिंदू धर्म सेना की भी आपत्ति है, लेकिन भक्त बृजेंद्र नारायण मिश्र हैं कि अपनी धुन छोड़ने को तैयार नहीं।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार बनने के बाद 21 जनवरी, 2014 को बृजेंद्र ने नरेंद्र मोदी की प्रतिमा स्थापित कराई थी। उस वक्त बृजेंद्र ने कहा था कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद जब तक यहां नहीं आएंगे, तब तक उनकी पूजा चलती रहेगी। मंदिर में शिवलिंग के पास ही मोदी की मूर्ति रखी है। हिंदू धर्म सेना की शिकायत पर पुलिस महानिदेशक ने जांच भी कराई थी, लेकिन यहां अब भी पूजा हो रही है।
मंदिर में बतौर पुजारी कार्य करने वाले बृजेंद्र नारायण मिश्र के मुताबिक वह प्रधानमंत्री मोदी की पूजा नहीं करते हैं। शिव की आराधना के लिए उन्होंने ऐसा किया है, ताकि देश हित में भगवान शंकर से मोदी को शक्ति हासिल हो और देश तरक्की करे।
भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद के पूजा-पाठ पर बहुत पहले रोक लगाई थी। यदि पूजा-पाठ हो रहा है तो बंद कराया जाएगा।