Move to Jagran APP

लोकसभा में पीएम बोले, नीति और नीयत से ही होगा देश का भला

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़के पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बड़ी कृपा की कि लोकतंत्र को बचाया।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Tue, 07 Feb 2017 05:18 AM (IST)Updated: Wed, 08 Feb 2017 07:58 AM (IST)
लोकसभा में पीएम बोले, नीति और नीयत से ही होगा देश का भला
लोकसभा में पीएम बोले, नीति और नीयत से ही होगा देश का भला

नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चल रहे धन्यवाद प्रस्ताव की बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां एक तरफ विपक्षियों के ऊपर आक्रामक होकर प्रहार किया तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने अपनी सरकार की महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों भी बड़ी बारीकी ढंग से गिनायी। इस पूरे जवाब के दौरान पीएम कभी विपक्ष पर बरसते तो कभी हल्के फुल्के अंदाज में कटाक्ष करते नजर आए।

loksabha election banner

राहुल के भूकंप वाले बयान पर पीएम का कटाक्ष

सबसे पहले शुरूआत उन्होंने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के भूकंप से वाले बयान पर देते हुए की और कहा कि आखिरकार भूकंप आ गया। हालांकि, उनके इतना बोलते ही विपक्ष के नेताओं ने बीच में ही टोकना शुरू कर दिया। उसके बाद आगे बोलते हुए पीएम ने कहा, "वह भी सोचते हैं कि आखिर ये भूकंप क्यों आता है। कोई तो वजह होगी जिसके चलते धरती मां रूठी होगी। दरअसल, ये भूकंप तब आता है जब स्कैम में भी सेवा का भाव देखा जाता है तो धरती मां रूठ जाती है। इसलिए ही भूकंप आता है"

कुत्तों वाली परंपरा में नहीं पले बढ़ें-पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़के पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बड़ी कृपा की कि लोकतंत्र को बचाया। लेकिन, 1975 में आपातकाल के बाद पूरा देश एक जेल बन गया था। पीएम ने कहा कि पूरा देश एक परिवार के नाम कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हम कुत्तों वाली परंपरा से नहीं पले बढ़े हैं।

यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने की लोकतंत्र की रक्षा, इसलिए मोदी बने पीएम : खड़गे

बेनामी कानून क्यों नहीं किया गया लागू?
बेनामी कानून को एनडीए सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियां बताते हुए पीएम ने कहा कि आखिर क्यों जिस कानून को 1988 में बनाया गया था वह 28 वर्षों में लागू नहीं किया सका। उन्होंने कहा कि दरअसल इसकी वजह थी कांग्रेस पार्टी को चुनाव की चिंता। मोदी ने कहा कि उन्हें चुनाव को कोई चिंता नहीं है। लेकिन अगर ये कानून उस वक्त लागू हो जाता तो आज यह देश काफी आगे निकल गया होता। ऐसे में उन लोगों को यह बात जरूर बतानी होगी कि बेनामी कानून को क्यों नहीं लागू किया गया।

नोटबंदी पर पहले दिन से चर्चा को तैयारी थी सरकार
पीएम ने कहा, "नोटबंदी के बाद अब देश तेजी से बदल रहा है और आगे बढ़ रहा है। लेकिन जिस बात को लेकर विपक्षी दल इतना हंगामा कर रहे थे दरअसल वे खुद ही इस बात पर चर्चा को तैयार नहीं थे जबकि सरकार पहले दिन से इस विषय पर चर्चा को तैयार थी। लेकिन विपक्षी दलों को टेलीविज़न पर बाईट देने से फुर्सत नहीं थी।" उन्होंने आगे कहा कि जनहित में अच्छे फैसले लेने की दिशा में उनकी सरकार काम कर रही है और कभी भी वैसे फैसले लेने से किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी।

यह भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव: PM मोदी ने कहा, यूपी में SCAM के खिलाफ है भाजपा की लड़ाई

मनरेगा में क्यो बदले 1035 बार नियम?
प्रधानमंत्री मोदी ने मनरेगा में बार-बार बदले जा रहे नियम पर सवाल उठाते हुए यूपीए सरकार के दौरान शुरू किए गए इस योजना पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसी कौन सी बात थी जिसके चलते इसमें 1035 बार बदलाव करने पड़े। मोदी ने कहा कि मैं गरीबों के लिए लड़ रहा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा। गरीबों के हक का पैसा आपको लौटाना होगा। उन्होंने कहा कि लूट-खसोट से देश ऊंचाई पर नहीं पहुंच सकता है।

इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी की मौजूदगी में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सत्ताधारी पार्टी के इस आरोप पर कड़ा प्रतिवाद किया कि कांग्रेस ने पिछले 70 साल में कुछ नहीं किया। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि मैं मानता हूं कि आपने ही हरित क्रांति लाई। गुजरात में सफेद क्रांति आपके ही समय में हुई.. (वर्गीज) कुरियन भी इसी समय पैदा हुए .. सब कुछ पिछले ढाई साल में ही हुए हैं।


खड़गे ने कहा कि कि हमने लोगों के पेट भरने के लिए हरित क्रांति और सफेद क्रांति लाई.. और आप सवाल करते हैं कि 70 सालों में क्या हुआ, यदि कुछ नहीं हुआ तो आप जिंदा नहीं होते, लोकतंत्र नहीं रहता, संविधान नहीं बचता। खडगे ने कहा कि हमने संविधान की रक्षा की। यदि एक गरीब परिवार के मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तो इसका श्रेय कांग्रेस को जाता है, जिसने लोकतंत्र को जिंदा रखा।

यह भी पढ़ें: सर्जिकल स्ट्राइक पर राहुल-केजरीवाल ने मांगे थे सबूत, कोर्ट में याचिका स्वीकार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.