सदन में पीएम मोदी की मौजूदगी ने दिया संकेत, विपक्ष के सवालों का मिलेगा जवाब
बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पीएम लोकसभा में मौजूद थे। माना जा रहा है कि गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान वह राज्यसभा में भी रहेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर संसद को बाधित कर रहे विपक्ष का जहां आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुलाए भी सदन में नहीं आते हैं। वहीं सरकार की ओर से यह सुनिश्चित कर लिया गया है कि आवश्यक अवसरों पर मोदी सदन के अंदर ही दिखें। हां, विपक्ष के सवालों को जवाब उचित वक्त पर दिया जाएगा। बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान पीएम लोकसभा में मौजूद थे। माना जा रहा है कि गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान वह राज्यसभा में भी रहेंगे।
पिछले चार पांच दिनों से विपक्ष ने यह मांग शुरू कर दी है कि नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम सदन में आकर बयान दें। भाजपा की ओर से इस मांग तो खारिज तो नहीं किया गया है कि लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि यह दबाव में नहीं होगा। चर्चा का जवाब जरूर सरकार की ओर से आएगा। बुधवार को जब लोक सभा की कार्यवाही शुरु हुई तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद थे। सदन में पीएम की मौजूदगी को सरकार की ओर से इस बात का संकेत माना जा रहा था कि सत्ताधारी एनडीए सदन में नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार है। पीएम भी चर्चा से नहीं भाग रहे हैं। विपक्ष के शोर शराबे मे हालांकि उसके बाद भी कार्यवाही नहीं चली। गुरुवार को राज्यसभा मे भी वह मौजूद रह सकते हैं।
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इस बीच राज्यसभा में एक वक्त पर सरकार के लिए जरूर थोड़ी असहज स्थिति हो गई थी। उपसभापति ने हंगामे के लिए विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सत्तापक्ष के सदस्यों की ओर से किए जा रहे हंगामे के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के खिलाफ काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया जिसे बाद में सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया। ऐसा कम ही होता है जब सदन की कार्यवाही संभाल रहे पीठासीन अधिकारी के बयान को कार्यवाही से निकाला जाए। उन्होंने व्यवधान के लिए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा को भी बहुत ज्यादा फटकार लगायी।
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