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एम्स के दीक्षांत समारोह में बोले पीएम, पिछड़े इलाकों में जाकर करें इलाज

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 42वें दीक्षांत समारोह में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों से कहा कि वह छुट्टियों के दिनों में समय निकाल कर पिछड़े इलाकों और गांवों में जाकर गरीबों का इलाज करें। उन्होंने कहा, 'मैं 365 दिन की बात नहीं कर रहा।

By manoj yadavEdited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 12:21 PM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 10:08 PM (IST)
एम्स के दीक्षांत समारोह में बोले पीएम, पिछड़े इलाकों में जाकर करें इलाज

नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के 42वें दीक्षांत समारोह में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों से कहा कि वह छुट्टियों के दिनों में समय निकाल कर पिछड़े इलाकों और गांवों में जाकर गरीबों का इलाज करें। उन्होंने कहा, 'मैं 365 दिन की बात नहीं कर रहा। छुट्टियां सभी को मिलती हैं, उन दिनों में थोड़ा समय निकालें और पिछड़े इलाकों में जाकर इलाज करें। इससे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा और गरीब लोगों को भी बेहतर इलाज मिल पाएगा।'

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प्रधानमंत्री ने कहा, आप लोगों की कामयाबी में कई लोगों का कर्ज है। गरीब छात्रों के लिए स्कूल की योजनाओं और कई विकास योजनाओं का बजट काटकर मेडिकल कॉलेजों को दिया जाता है। बीमारियों से बचाव के लिए ऐसा जरूरी भी है। डॉक्टरों को भी ऐसा प्रयास करना चाहिए कि गरीब उन पर अपना हक समझें। मोदी ने देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के दीक्षांत समारोहों में गरीब परिवारों के आठवीं व नौवीं कक्षा के बच्चों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि देश में अनेक संस्थान हैं, जहां हर साल दीक्षांत समारोह आयोजित कर छात्रों को डिग्रियां व उपाधि दी जाती है। उनका इतना सुझाव है कि उन दीक्षांत समारोहों में बच्चों को विशेष अतिथि के रूप में बुलाने की परंपरा शुरू की जाए। इससे उनके बालक मन पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। वे भी बड़े सपने देखेंगे और उसे पूरा करने की ललक बढ़ेगी। ऐसी चीजों से ही बदलाव आएगा। चिकित्सा शोध में पिछड़ेपन पर चिंता जाहिर करते हुए मोदी ने कहा कि डॉक्टर शोध पर जोर दें। शोध में नई खोज के जरिए ही बदलाव आएगा और पूरा समाज इससे लाभान्वित होगा। प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों को सामाजिक दायित्व का पाठ भी पढ़ाया।

40 फीसद डॉक्टर चले जाते हैं विदेश :

समारोह में मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एम्स से पढ़ाई करने के बाद करीब 40 फीसद डॉक्टर बेहतर भविष्य के लिए विदेश चले जाते हैं। हालांकि हाल के वर्षो में डॉक्टरों के पलायन में कमी आई है।

तस्वीरों में देखें एम्स का दीक्षांत समारोह

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