भाजपा मुख्यमंत्रियों को सुशासन का सूत्र देंगे पीएम मोदी और अमित शाह
भाजपा मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित होने वाली है। यह काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि पार्टी ने 2019 की तैयारियों के लिए लक्ष्य भी तय कर लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। आगामी विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसने के साथ ही भाजपा शासित राज्यों में शासन प्रशासन चाक चौबंद करने की कवायद भी तेज हो गई है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों से आमने-सामने होकर फीडबैक लेंगे और सुशासन के सूत्र भी देंगे। बैठक में भाजपा के कुछ पदाधिकारी भी मौजूद होंगे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, यूं तो यह बैठक हर तीन माह में होने वाली सामान्य बैठक है। मगर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसका महत्व इसलिए ज्यादा माना जा रहा है क्योंकि पार्टी ने 2019 की तैयारियों के लिए लक्ष्य भी तय कर लिया है। उन सीटों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है जहां पार्टी पिछला चुनाव हारी थी या फिर ऐसी सीटें जहां भाजपा कभी जीती ही नहीं। ऐसी सीटों के लिए केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्रियों को भी अभी से चुनाव के लिए कमर कसने को कहा जा सकता है।
बताते हैं कि बैठक के औपचारिक एजेंडे में मुख्यत: केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन, राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही विशेष योजनाओं, केंद्र-राज्य सामंजस्य, केंद्र के अधिकारियों के साथ राज्य के अधिकारियों का संवाद जैसा मुद्दा शामिल है। राज्यों की उन योजनाओं की जानकारी भी मांगी जा सकती है जिसमें केंद्र से विशेष मदद की जरूरत है। लोक कल्याण से सीधे जुड़ने वाली योजनाओं पर विशेष चर्चा हो सकती है।
गौरतलब है कि पिछली बैठक में प्रधानमंत्री ने बीमा की राशि तत्काल उपलब्ध कराने के तौर तरीके पर विचार करने की बात कही थी।
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