पीएम ने कभी भी आजादी की लड़ाई में कांग्रेस की भूमिका को नहीं नकारा
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा है कि पीएम मोदी ने कभी भी आजादी की लड़ाई में कांग्रेस की भूमिका को नकारा नहीं है।
नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद पूरी भाजपा अब यह साबित करने में जुट गई है कि विचारधारा के आधार पर पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त किया जाता रहा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने ज्यादा बलिदान दिया है। यह एक सच्चाई है। आजादी के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी की शहादत और आपातकाल के दौरान जनसंघ पर लगे प्रतिबंधों के अलावा पश्चिम बंगाल व केरल में कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमले इसके उदाहरण हैं।
दूसरी तरफ सरदार पटेल और मौलाना आजाद से लेकर जवाहरलाल नेहरू तक के योगदान का भाजपा आदर करती रही। हां, कांग्रेस में जरूर पटेल और आजाद को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के बयान पर सवाल उठाया, तो भाजपा की ओर से तत्काल जवाब आया। आरएसएस के गठन के पीछे ब्रिटिश हाथ होने के आरोपों को खारिज करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को अपना इतिहास ज्ञान दुरुस्त करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि संघ के संस्थापक डॉक्टर केशव बलराम हेडगेवार बचपन से ब्रिटिश विरोधी संगठनों से जुडे़ रहे थे। यहां तक कि कांग्रेस के जिला स्तर के नेता भी रहे थे। यह सही है कि आजादी के पहले जनसंघ नहीं था। लेकिन आजादी के बाद कश्मीर को लेकर सबसे पहला बलिदान जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने दिया था। 1962 में चीन के साथ लड़ाई के दौरान संघ के स्वयंसेवकों के बलिदान को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी स्वीकार किया था। लेकिन आपातकाल के दौरान सबसे अधिक दमन जनसंघ और आरएसएस के कार्यकर्ताओं का हुआ।
सरदार पटेल द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के आरोपों पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पटेल के गृह मंत्री रहते ही संघ से प्रतिबंध उठा भी लिया गया था। उन्होंने सवाल किया कि आखिर सरदार पटेल और मौलाना आजाद को भारत रत्न कब दिया गया था? उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं को कांग्रेस ने इसीलिए भारत रत्न नहीं दिया क्योंकि वे नेहरू की नीतियों का विरोध करते थे।
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प्रधानमंत्री पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि उनकी इतिहास की जानकारी चर्चा का विषय है। रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस समारोह के भाषण को फिर से सुनने की सलाह दी। उनके अनुसार इसमें प्रधानमंत्री ने नेहरू के योगदान की जमकर तारीफ की थी।
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पीएम के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि आखिर वो कहना क्या चाहते हैं। देश की आजादी के बाद कांग्रेस ने कभी भी विरोधी दलों या व्यक्तियों पर हमला नहीं किया। सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।