दादरी कांड पर बोले नकवी, 'प्रधानमंत्री अल्पसख्यकों की सुरक्षा को प्रतिबद्ध'
दादरी हत्याकांड को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी के सवालों के बीच अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने कहा, 'कुछ दुखद घटनाएं समाज की शांति, सौहार्द, एकता के ताने-बाने को नुक्सान नहीं पहुंचा सकती।' वहीं विपक्ष पर पलटवार करते हुए नकवी ने
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दादरी हत्याकांड को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी के सवालों के बीच अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने कहा, 'कुछ दुखद घटनाएं समाज की शांति, सौहार्द, एकता के ताने-बाने को नुक्सान नहीं पहुंचा सकती।' वहीं विपक्ष पर पलटवार करते हुए नकवी ने कहा कि 'केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद अल्पसंख्यकों में विश्र्वास का माहौल बना है, कुछ 'वोट के सौदागरों' को यह सकारात्मक माहौल हजम नहीं हो रहा है।' नकवी ने यह बात बुधवार को मुस्लिम समाज के प्रमुख धार्मिक नेताओं, उलेमाओं और अन्य लोगो से मुलाकत के दौरान कही।
वहीं पार्टी के कुछ नेताओं की बयान बाजी को लेकर उन्होंने कहा कि 'ऐसे नेताओं को कड़ा संदेश दिया गया है।' नकवी ने कहा कि 'प्रधानमंत्री ने बार-बार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर भरोसा दिलाया है। पार्टी और प्रधानमंत्री इस पर कायम हैं।' इस बीच उन्होंने पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम पर शिवसेना की आपत्ति को खारिज करते हुए उन्हें शांति दूत बताया। केंद्र सरकार में सहयोगी शिव सेना के रूख से असहमति जताते नकवी ने कहा कि
'शांति व कला के दूत पर सीमाओं का बंधन नहीं होना चाहिए। जो लोग शांति का संदेश देते हैं, उनके लिए सीमाएं तय नहीं करनी चाहिए।' गौरतलब है कि शिव सेना ने मुंबई में 9 अक्तूबर को गुलाम अली के कार्यक्रम का विरोध करने का निर्णय लिया है। शिवसेना के मुताबिक जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को नियंत्रित करने से इंकार करता है, उसके साथ सांस्कृतिक और खेल संबंध नहीं होने चाहिए।