पटेल के नाम पर एकता के लिए दौड़ा देश
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मतिथि के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर करीब दस से पंद्रह हजार तक लोग विजय चौक पर मौजूद थे। रेस की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट के अन्य साथी
नई दिल्ली। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मतिथि के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर करीब दस से पंद्रह हजार तक लोग विजय चौक पर मौजूद थे। रेस की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट के अन्य साथी भी दौड़े। पीएम ने कुछ दूर तक लोगों के साथ दौड़ लगाई। इसके बाद खिलाड़ी-फौजी और अन्य लोग दौड़े। इसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी राष्ट्रपति भवन से भी 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई।
पीएम ने रेस को हरी झंडी दिलाने से पहले यहां मौजूद लोगों को शपथ दिलाई और ऐलान किया कि यह दिन आज के बाद एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और लौह पुरुष सरदार पटेल को याद किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रामक्रष्ण परमहंस स्वामी विवेकानंद के बिना अधूरे थे, ठीक उसी तरह से महात्मा गांधी सरदार पटेल के बिना अधूरे हैं।
पीएम ने कहा कि सरदान पटेल ने न सिर्फ अंग्रेजी हूकूमत की नींव हिला दी थी बल्कि मौजूदा हिंदुस्तान उन्ही की देन है। जिसे प्यार से समझाया जाता उसे उन्होंने प्यार से समझाया, जो नहीं माना उसके लिए उन्होंने दूसरी रणनीति अपनाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजय चौक से सरदार की तुलना महान रणनीतिकार चाणक्य से की। उन्होंने कहा जिस एकता के लिए सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन लगा दिया उसके ही जन्मदिन के दिन पर देश ने उस दंश को झेला जिसमें हजारों लोगों को मौत के घात उतार दिया गया। पीएम ने कहा कि यह विडंबना ही है कि मौजूदा दौर में हमने इस महान लौह पुरुष और उनके काम को भुला दिया। इस मौके पर उन्होंने विजय चौके पर शामिल लोगों को शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर दिल्ली भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने आम आदमी पार्टी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस मौके पर सभी पार्टियों के नेताओं यहां शामिल होना चाहिए था, लेकिन कुछ लोग सिर्फ राजनीतिक नफा नुकसान के लिए ही काम करते हैं।