Move to Jagran APP

कोई नहीं रोक सका ब्लाटर को, पांचवीं बार बने फीफा अध्यक्ष

अमेरिका और स्विट्जरलैंड द्वारा विश्व फुटबॉल से जुड़े भ्रष्टाचार की जांच जारी रहने के बीच, सेप ब्लाटर को शुक्रवार को पांचवीं बार फीफा का अध्यक्ष चुना गया। फीफा के 209 सदस्यों ने 79 वर्षीय ब्लाटर को चार और वर्ष के लिए अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी।

By Sachin kEdited By: Published: Sat, 30 May 2015 12:49 AM (IST)Updated: Sat, 30 May 2015 03:23 PM (IST)
कोई नहीं रोक सका ब्लाटर को, पांचवीं बार बने फीफा अध्यक्ष

ज्यूरिख। अमेरिका और स्विट्जरलैंड द्वारा विश्व फुटबॉल से जुड़े भ्रष्टाचार की जांच जारी रहने के बीच, सेप ब्लाटर को पांचवीं बार फीफा का अध्यक्ष चुना गया। फीफा के 209 सदस्यों ने 79 वर्षीय ब्लाटर को चार और वर्ष के लिए अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी।

loksabha election banner

जॉर्डन के प्रिंस अली बिन अल हुसैन ने पहले दौर में 73-133 से मात खाने के बाद हार स्वीकार की। ब्लाटर ऐसे समय में फीफा अध्यक्ष बने हैं, जब लगने लगा था कि इस बार का चुनाव उनके करियर की सबसे बड़ी चुनौती साबित होगा और इस बार वह शायद ही जीत हासिल कर सकें। लेकिन फुटबॉल के 'मैराथन मैन ने सभी अटकलों को गलत साबित कर दिया। वह 1998 से लगातार फीफा के अध्यक्ष हैं।

फीफा के 111 साल के इतिहास के सबसे बड़े प्रकरण के बावजूद फीफा की छवि सुधारने के प्रिंस अली के वादे को सदस्यों ने नकार दिया। यह चुनाव ऐसे समय हुआ, जब अमेरिका और स्विट्जरलैंड की संघीय जांच ब्लाटर के फुटबॉल परिवार के ईदगिर्द घूम रही है। फिर भी फुटबॉल के नेताओं ने संघर्षरत अध्यक्ष के 17 वर्ष के कार्यकाल पर भरोसा जताया। हालांकि प्रिंस अली आश्चर्यजनक रूप से 73 मत पाकर चुनाव दूसरे दौर तक ले गए। पहले चरण के मतदान में ब्लाटर और उनके प्रतिद्वंद्वी अल हुसैन किसी को भी दो तिहाई बहुमत हासिल नहीं हो सका, जिसके कारण दूसरे चरण के मतदान की नौबत आई। दूसरा दौर शुरूहोने से पहले ही प्रिंस अली ने हार स्वीकार कर ली।

भ्रष्टाचार के व्यापक आरोपों के बीच फीफा के सात अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद ब्लाटर चारों ओर से आलोचना झेल रहे थे और उनसे इस्तीफा देने की मांग की जा रही थी। उन्होंने फीफा कांग्रेस में कहा कि मुझे इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ठीक है तो मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं फीफा को मजबूत बनाने का वादा करता हूं। हम फिर शिखर पर पहुंचना चाहते हैं। मैं फीफा को इस तूफान से बाहर निकालना चाहता हूं।
शुरुआत में अध्यक्ष पद के लिए चार दावेदार थे, लेकिन पुर्तगाल के पूर्व खिलाड़ी लुइस फिगो और डच फुटबॉल संघ के अध्यक्ष माइकल वॉन प्राग के हटने से मुकाबले में दो ही व्यक्तिरह गए थे। फीफा के कुल 215 सदस्यों में से सिर्फ 209 सदस्यों को मताधिकार दिए गए हैं।

फुटबॉल के विकास पर 15 वर्षो में दो अरब डॉलर खर्च
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरी फीफा ने शुक्रवार को अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया है कि उसने पूरी दुनिया में फुटबॉल के विकास पर 1999 से अब तक दो अरब डॉलर (करीब 127 अरब, 45 करोड़ रुपये) से अधिक की राशि खर्च की है। यह एक ऐसी उपलब्धि है जो फीफा की अपने संबद्ध सदस्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह भी दर्शाता है कि इसका पहला लक्ष्य फुटबॉल का विकास ही है। फीफा ने 2015 से 2018 की अवधि के लिए महिला फुटबॉल के लिए अपने बजट को दोगुना कर दिया है, जिसे फीफा के पिछले अधिवेशन में मंजूरी दी गई थी।

पढ़ेंः फीफा उपाध्यक्ष को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं

भ्रष्टाचार के आरोप में फीफा के अधिकारी गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.