पाक सीमा को अभेद्य बनाने की तैयारी, बीएसएफ में बनेगा एयरविंग
सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ नामुमकिन बनाने के लिए मधुकर गुप्ता कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने के साथ ही बीएसएफ को हवाई दस्ते से लैस किया जाएगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ लिए जा रहे कड़े फैसलों को देखते हुए आतंकी हमले का खतरा बढ़ गया है। इस संबंध में खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए सरकार सीमा की चौकसी चाकचौबंद करने में जुट गई है।
सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ नामुमकिन बनाने के लिए मधुकर गुप्ता कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने के साथ ही बीएसएफ को हवाई दस्ते से लैस किया जाएगा। बीएसएफ और सीमा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
दरअसल दो दिन से राजनाथ सिंह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विचार कर रहे थे। सोमवार को एनएसए अजीत डोभाल, गृहसचिव राजीव महर्षि के साथ-साथ आइबी और रॉ के प्रमुखों के साथ मधुकर गुप्ता की समिति की सिफारिशों को लागू करने पर चर्चा की। मंगलवार को उन्होंने सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बीएसएफ और मंत्रालय के सीमा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की। पठानकोट हमले के बाद सीमा की सुरक्षा की खामियों की पहचान कर उन्हें दूर करने का उपाय सुझाव करने के लिए पूर्व गृह सचिव मधुकर गुप्ता की कमेटी का गठन किया था।
बताया जाता है कि बैठक में राजनाथ सिंह सीमा पर चौकसी के लिए बीएसएफ के लिए अलग से एयरविंग बनाने पर राजी हो गए हैं। अभी तक बीएसएफ के जवान सिर्फ जमीनी गश्त लगाकर सीमा पर निगरानी रखते हैं। एयरविंग हो जाने के बाद वे आकाश से भी सीमा पर नजर रख सकेंगे। इसके लिए गृहमंत्रालय जल्द ही कैबिनेट को प्रस्ताव भेजेगा। फिलहाल बीएसएफ के पास कुछ हवाई जहाज हैं, लेकिन इसके लिए पायलट और रखरखाव एयरफोर्स करता है।
मधुकर गुप्ता कमेटी को लागू करने के अन्य फैसलों के तहत सीमा पर लगे बाड़ को हाईटेक किया जाएगा। जहां-जहां बाड़ नहीं है और नदी-नाले हैं, वहां-वहां इलेक्ट्रानिक निगरानी के उपकरण लगाए जाएंगे। इनमें लेजर वाल अंडर ग्राउंड वाटर सेंसर प्रमुख हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाने का फैसला किया गया है।