सीबीआइ का सहयोग नहीं कर रहे पीटर
शीना बोरा हत्याकांड में तथ्यों को छुपाने की कोशिश कर रहे पीटर मुखर्जी सीबीआइ से पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। लिहाजा, अब उनसे झूठ पकड़ने वाली मशीन पर पूछताछ की जाएगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। शीना बोरा हत्याकांड में तथ्यों को छुपाने की कोशिश कर रहे पीटर मुखर्जी सीबीआइ से पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। लिहाजा, अब उनसे झूठ पकड़ने वाली मशीन पर पूछताछ की जाएगी। इसके लिए मुखर्जी को दिल्ली लाया गया है। दिल्ली स्थित सीएफएसएल में उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा। पीटर 26 नवंबर तक सीबीआइ की हिरासत में हैं।
सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पीटर मुखर्जी कुछ सवालों पर अपना बयान बदल रहे हैं। यही नहीं, वे सीबीआइ की जांच में सहयोग भी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जांच एजेंसी के लिए यह पता लगाना जरूरी हो गया है कि पीटर मुखर्जी कितना सच और कितना झूठ बोल रहे हैं। इसका पता लगाने के लिए उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट के साथ-साथ ब्रेन मैपिंग भी कराया जाएगा।
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जांच एजेंसी ने शीना बोरा हत्याकांड के सिलसिले में अहम सूचनाएं और दस्तावेज मिलने का दावा किया है, जो केस की जांच के सिलसिले में महत्वपूर्ण हैं। इनके बारे में पीटर को भी जानकारी होने की आशंका है, लेकिन वे खुलकर कुछ बता नहीं रहे हैं। अप्रैल 2012 में हुए इस हत्या कांड के मामले में शीना बोरा की मां इंद्राणी मुखर्जी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं।
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सीबीआइ ने सोमवार को अदालत को बताया कि शीना बोरा की हत्या की असली वजह वित्तीय लेनदेन था और पीटर मुखर्जी को इसकी जानकारी थी। सीबीआइ के अनुसार जब इंद्राणी मुखर्जी शीना बोरा का ईमेल अकाउंट खंगालने का प्रयास कर रही थी तो उस वक्त उनके साथ पीटर भी मौजूद थे।