दो आईपीएस अफसरों से पीटर ने ली थी सलाह
बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में इंद्राणी मुखर्जी का नाम सामने आने के बाद इंद्राणी के पति व मीडिया जगत के दिग्गज पीटर मुखर्जी ने बंगाल के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों से सलाह ली थी। सूत्रों का कहना है कि अप्रैल 2012 में हुई शीना की हत्या के सिलसिले में पिछले
कोलकाता। बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में इंद्राणी मुखर्जी का नाम सामने आने के बाद इंद्राणी के पति व मीडिया जगत के दिग्गज पीटर मुखर्जी ने बंगाल के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों से सलाह ली थी।
सूत्रों का कहना है कि अप्रैल 2012 में हुई शीना की हत्या के सिलसिले में पिछले महीने 25 अगस्त को इंद्राणी मुखर्जी एवं उसके दूसरे पति संजीव खन्ना की गिरफ्तारी के बाद स्थिति को संभालने के लिए पश्चिम बंगाल के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों ने कथित तौर पर स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी को सलाह दी थी।
सूत्रों के अनुसार इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद पीटर ने दोनों आईपीएस अफसरों से संपर्क किया था। बताया जाता है कि पीटर ने सर्वप्रथम 29 अगस्त को दोनों को फोन कर स्थिति से निबटने के बारे में सलाह मांगी। इसके बाद भी पीटर के दोनों अफसरों के साथ लगातार संपर्क में रहने की बात कही जा रही है।
गौरतलब है कि इनमें से एक आइपीएस अधिकारी कोलकाता के पुलिस आयुक्त के रूप में सेवा दे चुके हैं और फिलहाल वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में हैं। वहीं एक अन्य आईपीएस फिलहाल अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात हैं।
अधिकारी ने गिरफ्तार न करने की दी थी चेतावनी
इधर पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कोलकाता पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी ने शीना बोरा हत्याकांड की जांच के सिलसिले में 26 अगस्त को मुंबई पुलिस की टीम के कोलकाता पहुंचने पर उसे स्थानीय व्यवसायी व इंद्राणी के दूसरे पति संजीव खन्ना को गिरफ्तार न करने की चेतावनी दी थी। सूत्रों का कहना है कि एक आईपीएस अफसर लंबे समय से पीटर मुखर्जी के पारिवारिक मित्र रहे हैं और उनकी पत्नी फेसबुक पर इंद्राणी की दोस्त थी।
आईपीएस अफसर ने ही पीटर व इंद्राणी को मिलवाया
दूसरी ओर, एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल ने दावा किया है कि एक आईपीएस अफसर ने ही पीटर व इंद्राणी को मिलवाया था। इधर एक आईपीएस अफसर ने इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद पीटर के साथ लगातार संपर्क में रहने व कानूनी सलाह देने की बात से इन्कार किया है।