301 किलो वजन वाले व्यक्ति की हुई सर्जरी
शरीर का वजन 301 किलो। खाने में रोज दो चिकन और एक बकरे का पूरा मटन। इससे कम हो तो इराक के नागरिक अली सद्दाम (43) का पेट नहीं भरता।
नई दिल्ली । शरीर का वजन 301 किलो। खाने में रोज दो चिकन और एक बकरे का पूरा मटन। इससे कम हो तो इराक के नागरिक अली सद्दाम (43) का पेट नहीं भरता। अधिक खाने और मोटापे के कारण शरीर पर ऐसा असर हुआ कि उसे खुद से सांस लेना भी मुश्किल हो गया।
दिल्ली के बीएलके सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने इस सप्ताह मोटापा घटाने के लिए उसकी सर्जरी की। खास बात यह कि उसका पेट इतना निकल गया था कि डॉक्टरों ने स्टूल पर खड़े होकर सर्जरी की।
डॉक्टर के अनुसार, उसकी सर्जरी करना मुश्किल काम था। क्योंकि अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में उसके वजन और शरीर के अनुसार चौड़ा टेबल नहीं था, जिस पर लिटाकर उसकी सर्जरी की जा सके। डॉक्टर के मुताबिक, उसे नाश्ते में 24 अंडे, दोपहर खाने में दो चिकन के साथ 12 रोटियां और रात के खाने में एक बकरे का मटन, दो लीटर दूध व 15 खाबू (अरब के फ्लैट ब्रेड) रोज चाहिए था। इसके चलते चार वर्षो में उसका वजन तेजी से बढ़ा और तीन क्विंटल (301 किलोग्राम) पहुंच गया। इस वजह से वह अनियंत्रित मधुमेह व उच्च रक्तचाप का मरीज बन गया।
बैरियाट्रिक सर्जन डॉ. दीप गोयल ने कहा कि ऑपरेशन थियेटर में दो टेबल सटाकर लगाए गए। तब जाकर उसे लिटाया जा सका। इसके अलावा दो डॉक्टरों ने एक-एक फीट ऊंचे स्टूल पर चढ़कर उसकी सर्जरी की। उन्होंने कहा कि उसके पेट के चारों ओर एक फीट चर्बी बन गई थी। इससे सर्जरी करना कठिन था।
सर्जरी के छह दिन बाद वह वापस अपने मुल्क रवाना होगा। उसे वापस लौटने के लिए विमान में एक तरफ की तीन सीटें आरक्षित करानी पड़ी। दिल्ली आते वक्त भी ऐसा करना पड़ा था।
पढ़ें : कूल्हे का अव्यवस्थित विकास अब मिल सकती है निजात
कैंसर के डर से ब्रेस्ट के बाद एंजलिना जॉली ने अब निकलवा दी ओवरीज