'नो वीआइपी कल्चर' बोल बिहार के सीएम की बग्गी पर बैठा यात्री
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि यात्री का व्यवहार हिंसक नहीं था और ना ही मुख्यमंत्री ने यात्री के व्यवहार पर सवाल उठाए। लिहाजा बग्गी में बैठे यात्री पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री द्वारा वीआइपी कल्चर खत्म करने का प्रयास ही कहें कि एक आम विमान यात्री आइजीआइ एयरपोर्ट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बग्गी पर सवार हो गया। बग्गी पर सवार यात्री ने नो वीआइपी कल्चर बोल व्यंग भी कसा। हालांकि इसका विरोध ना तो मुख्यमंत्री और ना ही उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने किया। बाद में दोनों अपने-अपने गतंव्य पर उतर गए। इस संबंध में नीतीश कुमार द्वारा कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई है। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि यात्री का व्यवहार हिंसक नहीं था और ना ही मुख्यमंत्री ने यात्री के व्यवहार पर सवाल उठाए। लिहाजा बग्गी में बैठे यात्री पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक घटना गत दिनों की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एयर इंडिया की फ्लाइट से मुंबई से आइजीआइ एयरपोर्ट पर उतरे थे। वीवीआइपी यात्रियों के लिए प्रोटोकाल के तहत आइजीआइ एयरपोर्ट पर उन्हें सुरक्षाकर्मी द्वारा एस्कॉर्ट किया जाने के अलावा उन्हें बग्गी (गोल्फ कॉर्ट) से इमीग्रेशन काउंटर तक लाया जाता है।
यह भी पढ़ें: CM नीतीश ने शहीद जवानों के प्रति जताई गहरी संवेदना
अधिकारियों का कहना है कि नीतीश कुमार गेट संख्या 8 से निकले थे। वहां बैटरी से चलने वाली बग्गी के साथ एस्कॉर्ट कर्मी उनका इंतजार कर रहे थे। मुख्यमंत्री और उनके सुरक्षा कर्मी बग्गी की पीछे वाली सीट पर बैठ गए। बग्गी महिला कर्मी चला रही थी और उसके बगल वाली सीट खाली थी।
इसी बीच मंुबई के विमान से ही उतरा एक यात्री वहां आया और आगे की खाली सीट पर बैठ गया। बैठते ही उसने कहा, नो वीआइपी कल्चर। अधिकारियों ने बताया कि यात्री की मंशा थी कि कोई उसके बैठना का विरोध ना करे। मुख्यमंत्री द्वारा कोई विरोध नहीं किए जाने के कारण चालक ने उसे बग्गी से नहीं उतारा।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने देश में वीआइपी कल्चर खत्म करने के मकसद से मंत्रियों और अधिकारियों की गाडि़यों पर लगी लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। हालांकि यह आदेश एक मई से लागू होना है। लेकिन इससे पहले ही कुछ मंत्रियों ने अपनी गाडि़यों से लाल बत्ती हटा दी है।