प्रमुख सचिव से रिश्वत लेने वाला गिरफ्तार
दरअसल ग्रेटर नोएडा के भगवान सिंह के माध्यम से बीएल अग्रवाल सीबीआइ में अपने केस को खत्म कराने के लिए बुरहानुद्दीन से मिला था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएमओ का अधिकारी बताकर छत्तीसगढ़ के प्रमुख सचिव बीएल अग्रवाल से डेढ़ करोड़ रुपये की रिश्वत लेने वाले सैयद बुरहानुद्दीन को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है। बीएल अग्रवाल को सीबीआइ मंगलवार को ही गिरफ्तार कर चुकी है। अब सीबीआइ बुरहानुद्दीन के दिल्ली के हाईप्रोफाइल संपर्को की तलाश में जुट गई है।
दरअसल ग्रेटर नोएडा के भगवान सिंह के माध्यम से बीएल अग्रवाल सीबीआइ में अपने केस को खत्म कराने के लिए बुरहानुद्दीन से मिला था। बुरहानुद्दीन ने खुद को पीएमओ का अधिकारी बताया था। सीबीआइ के अनुसार बुरहानुद्दीन कभी ओपी शर्मा तो कभी ओपी सिंह के फर्जी नाम से भी लोगों से मिलता था। बुरहानुद्दीन ने बीएल अग्रवाल को भ्रष्टाचार के पुराने मामले में सीबीआइ में राहत दिलाने का भरोसा दिया था और इसके एवज में 1.5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत की रकम के रूप में अग्रवाल 45 लाख रुपये नकद और दो किलो सोना दे चुके थे। हैदराबाद से गिरफ्तार करने के बाद बुरहानुद्दीन को सीबीआइ दिल्ली ला रही है, जहां उसे विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। बीएल अग्रवाल व अन्य आरोपी पहले से सीबीआइ रिमांड पर हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
सीबीआइ को आशंका है कि है बुरहानुद्दीन के दिल्ली में हाईप्रोफाइल अधिकारियों के साथ संपर्क में रहा होगा। तभी बीएल अग्रवाल जैसे वरिष्ठ आइएएस अधिकारी को सीबीआइ में काम करा देने का भरोसा दिलाने में सफल रहा। ग्रेटर नोएडा के भगवान सिंह के मार्फत अग्रवाल से मुलाकात से साफ है कि बुरहानुद्दीन दिल्ली और एनसीआर में काफी समय से सक्रिय था। सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बुरहानुद्दीन के दिल्ली के संपर्को की पड़ताल की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं सीबीआइ का कोई अधिकारी भी तो उसके संपर्क में नहीं था।
बुरहानुद्दीन के यहां मारे गए छापे में बुधवार को 35.5 लाख रुपये नकद और आधा किलो सोने की ईट मिली है। इस तरह इस केस में अभी तक विभिन्न आरोपियों के पास से 91.9 लाख रुपये नकद और 3.5 किलो सोना बरामद हो चुका है।