अलीगढ़ के चर्च में गूंजने लगा जय श्रीराम का उद्घोष
अलीगढ़ जिले के गांव असरोई में बने चर्च में आज से जय श्रीराम का उद्घोष गूंजने लगा और वहां का परिसर मंदिर में तब्दील हो गया। आज यहां प्रेयर की जगह पूजा ने ले ली है। यहां हिंदू से ईसाई बने आठ परिवारों के करीब 60 लोगों ने कल घर वापसी की और मिशनरियों पर प्रलोभन देकर ईसाई बनाने का आरोप लगाया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक
लखनऊ। अलीगढ़ जिले के गांव असरोई में बने चर्च में आज से जय श्रीराम का उद्घोष गूंजने लगा और वहां का परिसर मंदिर में तब्दील हो गया। आज यहां प्रेयर की जगह पूजा ने ले ली है। यहां हिंदू से ईसाई बने आठ परिवारों के करीब 60 लोगों ने कल घर वापसी की और मिशनरियों पर प्रलोभन देकर ईसाई बनाने का आरोप लगाया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की धर्मजागरण समिति, बजरंग दल व आर्य समाज प्रतिनिधियों की मौजूदगी में हवन-यज्ञ और मंत्रोच्चारण से सभी ने हिंदू धर्म अपनाया। दरअसल, अलीगढ़ जिले के इगलास थाना क्षेत्र के गांव असरोई में 20 वर्ष पहले आठ हिन्दू परिवारों ने ईसाई धर्म अपना लिया था। ईसाई मिशनरियों ने प्रार्थना के लिए गांव में चर्च बनवा दिया। आरोप है कि मिशनरियों ने कोई वायदा पूरा नहीं किया तो कुछ समय पूर्व ये लोग धर्मजागरण समिति के संपर्क में आए।
हिंदू धर्म के खिलाफ साजिश
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की धर्मजागरण समिति हिंदू धर्म से ईसाई, मुस्लिम या अन्य धर्म अपनाने वाले लोगों को हिंदू धर्म में वापसी कराती है। सदस्य खेमचंद ने इन परिवारों से तत्काल हिंदू धर्म में वापसी के लिए राजी किया। धर्मजागरण समिति के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश्वर सिंह ने बताया कि हिंदू धर्म के खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह चर्च पूरे देश में हिंदुओं को ईसाई बनाने में जुटा हुआ है। आंध्र प्रदेश के एक पूर्व मुख्यमंत्री इसके सदस्य रहे हैं। यह चर्च हापुड़ से संचालित हो रहा है।
चर्च में 'जय श्रीराम'
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश्वर सिंह, ब्रज प्रांत के सह प्रमुख विपिन चन्द्र लाल, बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख अभिषेक रंजन आर्य, अलीगढ़ व हाथरस के अन्य हिंदू संगठनों से जुड़े लोग गांव स्थित चर्च पहुंचे। यहां जय श्री राम के उद्घोष के बाद हवन-यज्ञ किया गया। सभी लोगों से आहुति डलवाई गई। वेद मंत्रोच्चार के साथ 60 लोगों की हिन्दू धर्म में वापसी हुई। सभी परिवारों ने आर्य समाज हाथरस के प्रतिनिधि को हिन्दू धर्म का सर्टिफिकेट देने के लिए शपथ-पत्र सौंपे। कहा कि उन्हें गलती का एहसास हो गया है।
देव प्रतिमाएं स्थापित होंगी
हाथरस के असरोई गांव में बना एक पुराने चर्च ने मंदिर का रूप ले लिया। दरअसल, अलीगढ़ के गांव असरोई के हिंदू परिवारों को 1995 में सेवेन डेज चर्च की मिशनरियों ने ईसाई बनाया था। धमरंतरण के दौरान चर्च की पहचान के सभी अवशेष व चिह्न हटा कर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें लगी दी गईं। जल्द देव प्रतिमाएं स्थापित कर दी जाएंगी।
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