प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा विकास के लिए शांति, एकता और सद्भाव की जरुरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एकता, शांति और सद्भावना की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने राज्यों को एक-दूसरे की विविधता से परिचित कराने के लिए एक नई योजना 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' शुरू करने का एलान भी किया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एकता, शांति और सद्भावना की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने राज्यों को एक-दूसरे की विविधता से परिचित कराने के लिए एक नई योजना 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' शुरू करने का एलान भी किया है। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने कहा, 'अगर देश को आगे बढ़ना है और विकास की नई ऊंचाइयों को हासिल करना है तो पहली गारंटी यह है। हमारी भाषा कोई भी हो, हमारी सोच कोई भी हो और कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमारी प्रेरणा कोई भी हो। अगर हमारा लक्ष्य भारत माता को दुनिया में नई उंचाइयों तक ले जाना है, तो इसके लिए पहली शर्त एकता, शांति और सद्भाव है।'
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मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में भारत सरकार राज्यों के साथ मिलकर एक योजना बना रही है। इसके लिए उन्होंने एक समिति बनाई है, जो इस योजना का प्रारूप तैयार कर रही है। इस नई योजना का नाम होगा एक भारत, श्रेष्ठ भारत। इस योजना का मकसद है एक राज्य को दूसरे राज्य से जोड़ना।
प्रधानमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हरियाणा तय करे कि 2016 में उसे तमिलनाडु से जुड़ना है और वह अपने यहां स्कूलों में 100 वाक्य तमिल भाषा के सिखाएगा, तो यह अन्य भाषाओं को जानने का बेहतर तरीका साबित होगा।पटेल की जयंती पर रन फॉर यूनिटी के आयोजन के मौके पर प्रधानमंत्री ने वंशवादी राजनीति पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि परिवारवाद और भाई-भतीजावाद ने राजनीति को दूषित किया है। उन्होंने इस संबंध में पटेल के जीवन का उल्लेख किया, जिन्होंने अपने परिवार के लोगों को राजनीति से दूर रखा। उन्होंने लोगों से पटेल के जीवन के संदेश को भी आगे बढ़ाने का आह्वान किया।