हाथ-पैर बांधकर तैरने के लिए कहती है कांग्रेस : वाघेला
वाघेला ने जोर देकर कहा कि उनका विकल्प नहीं मिलेगा, वह मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काम करना चाहते हैं।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। कांग्रेस को चुनाव लड़ना नहीं आता, पिछले चुनाव में ऐन मौके पर उम्मीदवार बदले जिससे 28 सीटें सीधे हार गए। वाघेला के होते हुए कांग्रेस चुनाव हार जाए, इस बात का दुख है। कांग्रेस हाथ पैर बांधकर तैरने के लिए छोड़ देती है, ऐसे तैरा नहीं जा सकता, डूबा जाता है। यह कहना है कांग्रेस की कार्यशैली से नाराज वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला का।
वाघेला 30 जून को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने जाने वाले हैं। प्रदेश कांग्रेस से समानांतर दूरी बनाए रखते हुए वह लगातार पार्टी नेतृत्व को आड़े हाथों ले रहे हैं। गांधीनगर में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि चुनावी राजनीति के वह खिलाड़ी हैं और उनके रहते कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है, इसका प्रमुख कारण है कांग्रेस चुनाव से पहले होमवर्क नहीं करती। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों के चयन में सख्ती बरतने की जरूरत है। वाघेला ने कहा कि गोधरा में कांग्रेस नेताओं ने ही उन्हें हराया। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कपडवंज भी हराने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतना हो तो प्रत्याशियों के नाम तय कर उन्हें काम करने दो, उन्हें खुद पार्टी ने ऐन मौके पर चुनाव लड़ने कपडवंज भेज दिया था।
उन्होंने कहा कि अब वह आंख बंद करके चुपचाप नहीं देखते रहेंगे। जानते-बूझते 2007 व 2012 का चुनाव हार गए। वाघेला ने जोर देकर कहा कि उनका विकल्प नहीं मिलेगा, वह मुख्यमंत्री बनने के लिए नहीं कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काम करना चाहते हैं। 25 जून को आपातकाल की बरसी की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में 15 दिन बंद रहे थे, लेकिन माफी मांगकर छूटने का तरीका नहीं अपनाया। उनका कहना है कि कांग्रेस में ही कुछ नेता उन्हें बाहर करना चाहते हैं, वडोदरा में उनके खिलाफ होर्डिंग लगा जिसके बारे में पुलिस से पूछा तो उसने बताया, कुत्ते सूंघते-सूंघते कांग्रेस कार्यालय जाकर ठहर जाते हैं। हमें कांग्रेस की चिंता है, जनसंघ से राजनीति शुरू करके अब तक सभी पद भोग लिए, अब मेरा आखिरी चुनाव है पार्टी के प्रति वफादार रहकर काम करना है। उन्होंने मीडिया को भी हिदायत दी कि अपने एजेंडे के मुताबिक हेडलाइन बनाने से बचना चाहिए।
इससे पूर्व, गुजरात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी और पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने वाघेला के साथ पार्टी के जिला निरीक्षकों से विधानसभा चुनाव पर चर्चा की। उसके बाद कांग्रेस नेताओं ने भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और रविवार को निकलने वाली रथयात्रा के रथ का पूजन किया। उनके साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, सिद्धार्थ पटेल, पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर आदि नेता भी थे।
यह भी पढ़ेंः चुनावी खर्चे की गलत जानकारी में फंसे मध्यप्रदेश के मंत्री अयोग्य घोषित