सासाराम के BJP MP छेदी पासवान का संसदीय निर्वाचन रद का आदेश
पटना हाईकोर्ट ने सासाराम के भाजपा सांसद छेदी पासवान का संसदीय निर्वाचन रद कर दिया है। उनपर नामांकन के दौरान हलफनामे में जानकारी छिपाने का आरोप है।
पटना [ वेब डेस्क ] । पटना हाईकोर्ट ने सासाराम के भाजपा सांसद छेदी पासवान का संसदीय निर्वाचन रद करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति केके मंडल की एकल पीठ ने गंगा मिश्र की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला दिया है। पासवान पर लोकसभा चुनाव के दौरान नामांकन के साथ दिए हलफनामे में जानकारी छिपाने का आरोप था।
हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूरे मामले का अवलोकन किया और पाया कि छेदी पासवान ने चुनाव के दौरान अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों का ब्यौरा नहीं दिया था।
जदयू से भाजपा में आए थे छेदी
पासवान तीसरी बार संसद के सदस्य हैं। जनता दल के टिकट पर वे वर्ष 1989 व 1991 में सांसद बने थे। पिछले लोकसभा चुनाव के एेन पहले वे जदयू से भाजपा में शामिल हुए थे और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को हराकर संसद में पहुंचे थे।
छेदी पासवान 1985 में पहली बार मोहनिया से लोकदल के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वर्ष 1989 व 1991 में वे जनता दल के टिकट पर लगातार दो बार जीत कर संसद पहुंचे। 1996 में वे भाजपा के मुन्नीलाल से चुनाव हार गए थे। बाद में वे बिहार विधानसभा के सदस्य बने।
डबल बेंच में ले जाएंगे मामलाः छेदी
इस फैसले पर अपनी टिप्पणी में छेदी पासवान ने कहा है कि वे उच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं पर ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके उपर कोई आपराधिक मामला नहीं है। दुर्गावती जलाशय को ले जनता के साथ प्रदर्शन का मामला है। इस केस में आरोप भी गठित नहीं हुआ था। मोहनिया विधानसभा चुनाव के समय हलफनामे में उन्होंने इसका जिक्र किया था। इस फैसले के खिलाफ वे डबल बेंच में जाएंगे। उन्होंने पूर्व सांसद सह पूर्व लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार पर आरोप लगाया कि पैसे के बल पर केस करवाया गया। कहा कि जनता के वोट से जीतकर आए हैं। कोर्ट पर पूरा भरोसा है।
न्यायपालिका पर और बढ़ा भरोसाः मीरा कुमार
पूर्व लोकसभाध्यक्ष और पिछले लोकसभा चुनाव में सासाराम सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं मीरा कुमार ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि न्यायपालिका पर उनका सदा से पूरा भरोसा रहा है पर इस फैसले ने उनका भरोसा और सुदृढ़ किया है। मीरा कुमार पिछले चुनाव में छेदी पासवान से हार गई थीं।