मुंबई के आसमान में वो पैराशूट थे या खिलौना लालटेनें
मुंबई हवाई अड्डे के निकट शनिवार शाम को आसमान में नजर आईं पैराशूट जैसी दिखने वाली चीजें किसी मोटर से संचालित नहीं थीं। महाराष्ट्र के गृह विभाग ने एक बयान में ये बात कही है।
मुंबई। मुंबई हवाई अड्डे के निकट शनिवार शाम को आसमान में नजर आईं पैराशूट जैसी दिखने वाली चीजें किसी मोटर से संचालित नहीं थीं। महाराष्ट्र के गृह विभाग ने एक बयान में ये बात कही है। हालांकि, पुलिस अभी ये तय नहीं कर पाई है कि उड़ती नजर आईं ये पांचों वस्तुएं पैराशूट ही थीं या खिलौना लालटेनें।
यह वस्तुएं उड़ान भरने को तैयार खड़े जेट एयरवेज के विमान (9डब्ल्यू323) के पायलट को रनवे के करीब 15,000 फुट ऊपर दिखाई दीं। पायलट ने सावधानी बरतते हुए इसकी सूचना तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को दी। एटीसी ने मुंबई पुलिस की जिम्मेदारी संभालने वाले सहार पुलिस थाने को बताया।
लेकिन जब तक पुलिस सक्रिय होती, पैराशूट जैसी ये आकृतियां गायब हो चुकी थीं। हालांकि एहतियात बरतते हुए करीब एक घंटे तक मुंबई से किसी भी विमान को उड़ान नहीं भरने दिया गया। बताया जाता है कि इन संदिग्ध वस्तुओं को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी जांच एजेंसियों से रिपोर्ट तलब की है।
ये वस्तुएं दिखने के दो दिन बाद भी मुंबई पुलिस इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है कि ये मानवरहित पैराशूट थीं या खिलौना लालटेनें। क्योंकि ये वस्तुएं दक्षिण-पश्चिम मुंबई से हवा के साथ-साथ उत्तर-पूर्व की ओर आती दिख रही थीं।
विमानतल से दक्षिण-पश्चिम की ओर ही जुहू चौपाटी है, जहां मोमबत्ती से उड़ाई जानेवाली चाइनीज खिलौना लालटेनें बिकती हैं। इन लालटेनों में लगी मोमबत्ती जलाने पर ये करीब 10,000 फुट ऊंचाई तक हवा की दिशा में उड़ सकती हैं। मोमबत्ती बुझने पर जब लालटेनों को ईंधन मिलना बंद हो जाता है। तो ये नीचे आने लगती हैं।