पलानीस्वामी सरकार अल्पमत में, दिनाकरण के वफादार विधायकों ने की बगावत
टीटीवी दिनाकरण के वफादार 19 विधायकों ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया।
चेन्नई, आइएएनएस। जेल में कैद अन्नाद्रमुक नेता वीके शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण के वफादार 19 विधायकों ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने पलानीस्वामी सरकार को अल्पमत में लाते हुए राज्यपाल से कहा है कि उन्हें अब सीएम पलानीस्वामी पर विश्वास नहीं। वह अब अपना नया मुख्यमंत्री चुनेंगे।
पलानीस्वामी और विद्रोही नेता पन्नीरसेल्वम के बीच सुलह के अगले दिन मंगलवार को दिनाकरण के समर्थक और अंडीपट्टी विधायक थंगा तमिल सेल्वम ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव से कहा कि वह अपने समर्थक विधायकों के साथ एक नया मुख्यमंत्री चुनने वाले हैं। उन्होंने राज्यपाल को बता दिया है कि उन्हें मुख्यमंत्री पर विश्वास नहीं है।
राजभवन सूत्रों के अनुसार बुधवार की सुबह राज्यपाल राव से मिलने दिनाकरण धड़े के 19 विधायक पहुंचे। उनके मुताबिक पार्टी के विधायक अब बैठक करके अपना नया मुख्यमंत्री चुनेंगे। विगत सोमवार को ही दिनाकरण धड़े ने दावा किया था कि उनके पास 25 अन्नाद्रमुक विधायकों का समर्थन है।
ताजा घटनाक्रम पर पीएमके के रामदास ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दिनाकरण धड़े के 19 विधायकों ने राज्यपाल से मिलकर सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है। इसलिये अन्नाद्रमुक सरकार ने विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया है। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़ कर अन्नाद्रमुक के पास कुल 134 विधायक हैं, जो अब दिनाकरण धड़े के समर्थन के बगैर घटकर केवल 115 रह गये हैं। रामदास ने यह भी दावा किया कि तीन अन्य दलों के विधायक जिन्होंने अन्नाद्रमुक के समर्थन में चुनाव लड़ा था उनमें से दो ने दिनाकरण धड़े का साथ देने का फैसला किया है। इस लिहाज से अब सरकार के पास केवल 112 विधायक बचे हैं जो कि बहुमत से कम है।
गौरतलब है कि 234 सदस्यीय विधानसभा में अन्नाद्रमुक के पास कुल 134 विधायक हैं। दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की आरके नगर विधानसभा सीट अभी भी रिक्त है। विपक्षी दल द्रमुक के पास 89 सीटें और उनके सहयोगी कांग्रेस की 8 और आइयूएमएल की एक सीट है।
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