भारत-अमेरिका की दोस्ती से झुका पाक, अलापा शांति वार्ता का राग
पाक के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप-मोदी का साझा बयान इस क्षेत्र में स्थायित्व व शांति के प्रयासों को ठेस पहुंचा रहा है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। मोदी व ट्रंप की घोषणा पर पाक का कहना है कि इससे दक्षिण एशिया में तनाव बढ़ेगा। पाक के एक अखबार ने यहां तक लिखा है कि दोनों के रिश्ते महज स्वार्थ के लिए हैं, क्योंकि आर्थिक जरूरतें अमेरिका को भारत के करीब खीच लाई हैं।
पाक के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप-मोदी का साझा बयान इस क्षेत्र में स्थायित्व व शांति के प्रयासों को ठेस पहुंचा रहा है। कश्मीर में लगातार मानवाधिकारों का उल्लंघन करके भारत अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अनदेखी कर रहा है। ट्रंप के ताजा रुख से इसमें कोई सुधार आता नहीं दिख रहा है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि पाक कश्मीर व अन्य मसलों पर भारत के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है। वह अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करता है। उसका कहना है कि भारत तहरीक-ए-तालिबान के जरिये पाक में आतंकवाद फैला रहा है, लेकिन यह किसी को नहीं नजर आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने न केवल सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया है बल्कि पाक समर्थित कई आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई पर सहमति भी जताई है। अमेरिका ने पाक से कहा है कि वह मुंबई, पठानकोट हमलों में शामिल आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
इमरान ने भारत को बताया जालिम
क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान ने सैयद सलाहुद्दीन के मसले पर अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा कि इससे कश्मीर की आजादी के लिए हो रहे प्रयासों को झटका लगेगा। जैसे अमेरिका फलस्तीन में अपनी दादागिरी कर रहा है वैसे ही उसने भारत को भी कश्मीर में मनमर्जी करने का मौका दे दिया है। उनका कहना है कि गैर नाटो देश को हथियार आपूर्ति करके भी अमेरिका ने गलत किया। अमेरिका भारत से अफगानिस्तान में दखल देने को कह रहा है जबकि उसकी सीमा भी वहां से नहीं लगती। पाक से इस देश की सीमाएं बिलकुल सटी हुई हैं।
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