पाकिस्तान में 9 जगहों पर हैं परमाणु हथियार, आतंकियों के हाथ जाने की संभावना
हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार को पूरी तरह से सुरक्षित बताया जिनके बारे में अक्सर आतंकियों के हाथों में पहुंचने की आशंका जताई जाती है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने पिछले हफ्ते एक बार फिर से अपने देश के परमाणु शस्त्रागार पर अकड़ दिखाते हुए कहा ये हथियार भारतीय सेना की 'कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीन' से निपटने के लिए है। यह बात उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कहा।
हालांकि अब्बासी बताया कहा पाकिस्तान का परमाणु शस्त्रागार मजबूत कंट्रोल सिस्टम के तहत पूरी तरह से सुरक्षित हैं। जिनके बारे में अक्सर आतंकियों के हाथों में पहुंचने की आशंका जताई जाती रहती है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट द्वारा हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने अपने परमाणु शक्तियों को देश के 9 विभिन्न क्षेत्रों में भंडारित किया है।
प्रसिद्ध अमेरिकी परमाणु हथियार विशेषज्ञ और रिपोर्ट के सहलेखक हंस क्रिस्टेनसेन ने कहा, बेसेज के निकट स्टोरेज सुविधा में पाकिस्तान के न्यूक्लियर वॉरहेड के होने की संभावना है और यहां लांचर्स भी रखे जा सकते हैं जो इन वॉरहेड का उपयोग करेंगे।
क्रिस्टेनसेन ने बताया कि क्योंकि पाकिस्तान शॉर्ट रेंज की परमाणु शस्त्रागार का निर्माण कर रहा है वॉरहेड के क्षेत्रीय स्टोरेज साइट में बांटे जाने की संभावना है जहां से उन्हें असेंबल कर लांचर बेस में भेजा जाएगा।
उन्होंने आगे बताया,’ चूंकि कम रेंज वाले सिस्टम का उपयोग रणनीतिक स्तर पर संघर्ष की शुरुआत में किया जाना है इसलिए इन प्रणालियों के लिए हथियारों को संकट में जल्दी वितरित किया जाएगा।‘
ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने पिछले माह बताया कि जंग में उपयोग के लिए डिजाइन किए गए परमाणु हथियारों के विकास के प्रति गंभीर है और वाशिंगटन का मानना है कि इन सिस्टम के आतंकियों के हाथों लगने का खतरा अधिक है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान 130-140 वॉरहेड के परमाणु शस्त्रागार को तेजी से बढ़ा रहा है। साथ ही रिपोर्ट का कहना है कि पाकिस्तान अपने शस्त्रागार को और मजबूत बना रहा है व अधिक साइटों पर इनकी तैनाती कर रहा है जिनके बारे में पता लगाना फिलहाल कठिन है।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘उदाहरण के लिए, कोई विश्वसनीय सार्वजनिक जानकारी मौजूद नहीं है कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों का उत्पादन या भंडारण कहां करता है। इसलिए हमने कॉमर्शियल सैटेलाइट इमेज, एक्सपर्ट की राय व स्थानीय न्यूज रिपोर्ट व आर्टिकल का उपयोग किया है विशेषज्ञ अध्ययन और स्थानीय समाचार रिपोर्टों और लेखों का इस्तेमाल किया है ताकि यह पता चल सके कि परमाणु हथियारों की मौजूदगी का पता लग सके।‘
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