दिल्ली के डिप्लोमेटिक एंक्लेव से भारत के खिलाफ रणनीति बनाने में जुटा पाक
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने इस हफ्ते चीन और भूटान के राजदूतों से मुलाकात की है।
नई दिल्ली। सिक्किम बॉर्डर पर भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान दोनों देशों के बीच तनाव का फायदा उठाने की पूरी कोशिश में जुटा है।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने इस हफ्ते चीन और भूटान के राजदूतों से मुलाकात की है। हालांकि नई दिल्ली में दोनों की मुलाकात होना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन इस समय साउथ ब्लॉक में सबकी भौंहें चढ़ी हुई है।
बासित ने बुधवार को चीनी राजदूत लुओ झाहुई से मुलाकात की। इससे एक दिन बाद यानि गुरुवार को पाकिस्तान उच्चायुक्त बासित ने भूटान के राजदूत मेजर जनरल वत्सूप नमगेल से मुलाकाती की। ये दोनों मुलाकात बासित के अनुरोध पर की गई। बता दें कि बासित का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है।
बासित का यह कदम इस तरफ इशारा कर रहा है कि भारत, भूटान और चीन के बीच चल रहे मुद्दे को अब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय रंग देने की कोशिश कर रहा है।
जब तीनों की रहस्यात्मक तरीके से मीटिंग हुई, लेकिन वे किस मुद्दे पर बात किए इसका खुलासा नहीं हुआ। एक सूत्र ने कहा, डिप्लोमेट की यह मीटिंग रूटीन है। ये पूछे जाने पर कि इसमें डोकलाम मुद्दे पर बात हुई उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर बात हुई।
इस मीटिंग को साउथ ब्लॉक ने नोटिस में लिया है और वह डोकलाम मुद्दे को गंभीरता से देख रहा है। साउथ ब्लॉक ने भी अपने चीनी डेस्क पर बड़ा बदलाव देखा है। नए संयुक्त सचिव और चीन के प्रभारी प्रणय वर्मा हैं।उन्होंने शुक्रवार को पद संभाला है।
बता दें कि प्रणय वर्मा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में साल 2000 से 2004 के बीच चीनी अनुवादक के रूप में काम कर चुके हैं। वह मैंडरिन भाषण और लेखन में सर्वश्रेष्ठ हैं।
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