जनवरी में और नीचे आई बुनियादी उद्योगों की रफ्तार
इससे पहले अगस्त में आठों बुनियादी उद्योगों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और इलेक्टि्रसिटी की विकास दर 3.2 फीसद रही थी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आठ बुनियादी उद्योगों की धीमी होती रफ्तार रोके नहीं रुक रही है। जनवरी में यह और नीचे खिसक कर 3.4 फीसद पर आ गयी। यह बीते पांच महीने का न्यूनतम स्तर है। दिसंबर 2016 में इन उद्योगों की विकास दर 5.6 फीसद रही थी। जबकि जनवरी 2016 में आठों उद्योग 5.7 फीसद की रफ्तार से बढ़े थे।
इससे पहले अगस्त में आठों बुनियादी उद्योगों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और इलेक्टि्रसिटी की विकास दर 3.2 फीसद रही थी। इन आठों बुनियादी उद्योगों का देश के कुल औद्योगिकी उत्पाद में 38 फीसद योगदान होता है। इसलिए इनके प्रदर्शन का असर उस महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में भी दिखता है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से जनवरी महीने के दौरान बुनियादी उद्योगों की विकास दर 4.8 फीसद रही है। यह बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2.9 फीसद थी।
जनवरी में बुनियादी उद्योगों के प्रदर्शन में गिरावट की प्रमुख वजह तीन क्षेत्र रिफाइनरी उत्पाद, फर्टिलाइजर और सीमेंट के उत्पादन में कमी रही। जनवरी 2017 में रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में 1.5 फीसद की कमी आई है। जबकि उर्वरक का उत्पादन 1.6 फीसद कम हुआ है। सीमेंट के उत्पादन में सर्वाधिक 13.3 फीसद की कमी दर्ज की गई है। अलबत्ता कोयला और बिजली के उत्पादन में इस महीने वृद्धि दर्ज की गई है। दोनों का उत्पादन जनवरी 2017 में 4.8 फीसद बढ़ा है। लेकिन पिछले साल के इसी महीने की तुलना में यह अभी भी कम है।